Lucknow News, लख़नऊ: उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के काम में तेज़ी आयी है। यानी वो दिन दूर नही जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) अपने विमान यहां उतार सकेंगे आप को बता दे कि रविवार को उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने जानकारी दी कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की 3,300 मीटर लंबी एयर स्ट्रिप का काम लगभग पूरा हो गया है,वही उन्होंने बताया कि ये दूसरी एयर स्ट्रिप है जो प्रदेश में एक्सप्रेसवे पर बनाई गई है। यही नही इस पर हर श्रेणी के जहाज उतर सकेंगे।
सुल्तानपुर के कूरेभार गांव के पास तैयार हो रही एयर स्ट्रिप।
मिली जानकारी के मुताबिक़ यूपी के सुल्तानपुर जिले के पास एक्सप्रेस वे पर 3.2 किलोमीटर की पट्टी विकसित की जा रही है, जहां पर भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान उतर सकते हैं और उड़ान भर भी सकते हैं। आप को बता दे कि सड़क निर्माण एजेंसियां भारतीय वायुसेना के परामर्श से सड़कों और राजमार्गों के डिजाइन को तैयार कर रही हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लड़ाकू जेट इस अवसंरचना का उपयोग आवश्यकतानुसार कर सकें।
एक्सप्रेस वे पर 3-3 एयर स्ट्रिप वाला यूपी देश का पहला राज्य।
उत्तर प्रदेश सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने कहा कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के कुल काम का 85 फीसदी हिस्सा पूरा हो चुका है और उन्हें उम्मीद है कि मार्च तक यह पूरा हो जाएगा। इस पट्टी को इस तरह से विकसित किया जा रहा है कि कोई भी लड़ाकू विमान उतरने और उड़ान भरने में सक्षम हो सकेगा। यह एक्सप्रेस वे का हिस्सा है और हम भारतीय वायु सेना के साथ इस संबंध में लगातार बातचीत कर रहे हैं।
हम वायुसेना से अनुरोध करेंगे कि वो जल्द एयर स्ट्रिप पर जहाज उतारकर इसे टेस्ट करें। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के पूरे होने पर प्रदेश के पूर्वी छोर से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे,मध्य में आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पश्चिम में यमुना एक्सप्रेसवे से पूरा UP एक्सप्रेसवे से पार कर सकेंगे:अवनीश अवस्थी https://t.co/Ky9izV0YN2
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 24, 2021
भारतीय वायु सेना, सीमा सड़क संगठन, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और राज्य सरकारें मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही हैं कि सड़क या एक्सप्रेसवे की गुणवत्ता आईएएफ विमानों के लैंडिंग और टेकऑफ के लिए उपयोगी हो।
यमुना, आगरा एक्सप्रेसवे के रनवे को परख चुकी है भारतीय वायु सेना।।
साल 2017 में 16 भारतीय वायु सेना (आईएएफ) विमानों ने लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे के एक खंड पर लैंडिंग और टच-एंड-गो युद्धाभ्यास किया था।उसके बाद सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान ड्रिल के हिस्से के रूप में विशेष बल के कमांडो के साथ उतरा था। केंद्र ने सड़कों और राजमार्गों को इसके लिए सुविधानुसार विकसित करने की पहल की है,जो संकट के समय में लड़ाकू विमानों को उतरने और उड़ान भरने की अनुमति देता है।