सोशल मीडिया पर चर्चाओं का दौर गरम
- दरअसल ट्वीटर पर ईटीवी के सीनियर एडिटर ब्रजेश मिश्रा ने एक पोल कराया था जिसमें यह पूछा गया था कि क्या साल में दूसरी बार आईएएस वीक मनाना कितना सही है। इसमें 61 प्रतिशत लोगों ने कहा है कि क्योकि सरकार नहीं लौट रही है जबकि 39 प्रतिशत लोगों का मानना है कि यह इलेक्शन ड्यूटी का समय है।
Why 2nd IAS week in a year in UP? @UPIASAssoc celebrated IAS week in March now again in December
What's going on in their mind?
Vote here— Brajesh Misra (@brajeshlive) November 7, 2016
2. सैफई महोत्सव न होने को लेकर कसा गया तंज
Farewell is needed. Many will run once MCC applicable on @upelections2017 @brajeshlive @UPIASAssoc @CMOfficeUP @yadavakhilesh
— Anil Tiwari (@Interceptors) November 7, 2016
3. बताया चिराग तले अँधेरा
भैया ये तो चिराग तले अँधेरा हो गया , 8 महीने में दुबारा क्यों ? बड़ा सवाल
— Shadab Khan (@shadabpathan786) November 7, 2016
4. जतना पस्त अधिकारी मस्त
यह है सच सरकार का।। जनता परेसान है, अधिकारी मजे मे्ँ।
— BJP4Nation (@BJPNation) November 7, 2016
प्रदेश में एक के बाद एक समस्याएं बढ़ रहीं हैं चाहें वह डेंगू हो या फिर बढ़ता क्राइम रेट, प्रदेश की जनता समस्याओं से जूझ रही है वहीं वर्तमान समय में प्रदेश की हवा भी जहरीली हो गई है। लेकिन सरकार साल में दो बार आईएएस वीक मनाने कि तैयारी करने जा रही है।