राजभवन और आजम खां के रिश्तों की तल्खी जगजाहिर है। हाल ही में राजभवन ने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय से विधानसभा की कार्यवाही की वह सीडी तलब की थी, जिसमें आजम खां राज्यपाल राम नाईक की कार्यशैली पर टिप्पणी करते नजर आ रहें थे। राज्यपाल राम नाईक ने आजम की टिप्पणियों का निरीक्षण करने के बाद सख्त रूख अख्तियार किया है।
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आजम खां की टिप्पणीयों से नाराज हुए राज्यपाल राम नाईक।
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राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय को भेजा आपत्ति पत्र।
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राज्यपाल ने कहा कि आजम खां के मुद्दे पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से बात करेंगे ।
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राज्यपाल राम नाईक ने विधानसभा स्पीकर को भेजा कड़ा पत्र।
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राज्यपाल ने संसदीय कार्यमंत्री के रूप में आजम की योग्यता पर खड़ा किया सवाल।
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राज्यपाल ने इस बाबत विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पांडेय को पत्र लिखकर जानकारी देने को कहा था।
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राज्यपाल राम नाईक ने विधान सभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर आठ मार्च को विधान सभा में हुई कार्रवाई का आडियो वीडियो मांगा है।
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राम नाईक ने विधानसभा, नगर निगम और नगर पालिकाओं से संबंधिक विधेयकों के राजभवन में लंबित होने की वजह को भी अधिकारियों से तलब किया है।
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राज्यपाल नाईक ने कैबिनेट मंत्री आजम खां के विवादित बयानों की समीक्षा के बाद लिया फैसला।
जिस तरह से आजम खां ने राज्यपाल पर कई बार निशाना साधते हुए उन्हें आरएसएस का एजेंट करार दिया था उसके बाद राज्यपाल और सरकार के बीच तल्खी काफी बढ़ गयी थी। हालांकि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और इस दूरी को कम करने के लिए लिए कोशिश करते रहते हैं लेकिन इस बार राज्यपाल ने आजम खां पर कार्यवाही का मन बना लिया है।
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