भारत में नोट बंदी का असर हर जगह देखा जा सकता है। यूपी में इसका प्रभाव ज्यादा देखने को मिल रहा है। आप को बता दें नोट बंदी का ऐलान हमारे देश ही नहीं इससे पहले पाकिस्तान में भी हो चुका है। उस समय वहां भी लोग परेशान हुए थे वहां भी कालेधन को रोकने ने लिए यह कदम उठाया गया गया था ठीक उसी तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने देश में कालेधन पर लगाम लगाने के लिए नोट बंदी का ऐलान करके हलचल मचा दी। जनता इससे परेशान जरूर है लेकिन इससे भ्रष्टाचार और आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगेगी। थोड़े दिनों के बाद सबकुछ ठीक होने की उम्मीद है।
आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाने के लिए बंद किये गए नोट
- वैसे तो पीएम मोदी ने देश में बढ़ रही आतंकवादी गतिविधियों, नकली नोटों की तस्करी और कालेधन की जमाखोरी के खिलाफ यह ऐतिहासिक कदम उठाया है।
- वैसे पाकिस्तान के जब जनरल याहया खान जब राष्ट्रपति थे तो उन्होंने भी कालेधन के खिलाफ कदम उठाते हुए 100 और 500 रुपये के नोट बंद कर दिए थे।
उस समय नहीं लगी थी लंबी लाइन
- इस समय नोट बंदी के बाद बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी लाइनें और भीड़ देखी जा सकती है।
- लेकिन जब पाकिस्तान में 1970 के दौर में नोट बंद हुए थे तब आदमी की पगार केवल 300-350 हुआ करती थी।
- इसलिए लंबी लाइनें और भीड़ नहीं लगती थी।
सबसे बड़ा 5000 का है नोट
- इस समय वहां सबसे बड़ा नोट 5000 का है सुनने में आ रहा है कि 10 हजार का भी नोट लाने की तैयारी की जा रही है।
- लेकिन 1970 में वहां सबसे बड़ा नोट 500 का था।
- तब से पाकिस्तान में करेंसी नोटों के डिजाइन बदले लेकिन दोबारा नोट बंद नहीं हुए।
- लेकिन पीएम मोदी ने नोट बंद करके भ्रष्टाचारियों पर अंकुश लगाने की पूरी कोशिश की है।
- बताया जाता है कि एक हजार के एक करोड़ रुपये के नोटों का वजन 12 से 13 किलो तक होता है।
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