मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार 16 नवम्बर को लखनऊ में अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘गोमती रिवर फ्रंट’ के पहले फेज के कार्यों का लोकार्पण किया। इस रिवर फ्रंट की कुल लागत 1513 करोड़ रुपये की है, जिसका शिलान्यास मुख्यमंत्री अखिलेश ने 7 अप्रैल, 2015 को किया था।
‘गोमती रिवर फ्रंट’ की प्रमुख खासियतें:
देश की पहली ईको-फ्रेंडली ग्रीन रिवर:
- मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को लखनऊ में ‘गोमती रिवर फ्रंट’ के पहले फेज के कार्यों का लोकार्पण किया।
- गोमती रिवर फ्रंट परियोजना के तहत देश को पहली ईको-फ्रेंडली रिवर मिली है।
- गौरतलब है कि, गोमती नदी को लन्दन की थेम्स नदी के आधार पर विकसित किया गया है।
- योजना की कुल लागत 1513 करोड़ रुपये है।
- इसके अलावा परियोजना के तहत गोमती नदी के किनारे जॉगिंग और साइकिलिंग ट्रैक भी बनाये गये हैं।
- साथ-साथ पर्यटक यहाँ पर बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं।
- इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया की तर्ज पर गोमती नदी के किनारे स्टेडियम का भी निर्माण किया जा रहा है।
पहले फेज पर आया 39.97 करोड़ का खर्च:
- बुधवार को सीएम अखिलेश ने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘गोमती रिवर फ्रंट’ के पहले फेज का लोकार्पण किया।
- जिसकी कुल लागत 39.97 करोड़ रुपये है, परियोजना की पूर्व स्वीकृत राशि 28.94 करोड़ रुपये थी।
- परियोजना के तहत गोमती के किनारे, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, लैंडस्केपिंग, जॉगिंग ट्रैक और साइकिल ट्रैक बनवाए गए हैं।
- इसके साथ ही हनुमान सेतु स्थित बंधा रोड के लेवल पर 1650 वर्ग मीटर एरिया में ओपन पार्किंग की व्यवस्था की गयी है।
- जिसमें एक बार में 36 कार और 140 दो पहिया वाहनों को खड़ा किया जा सकता है।
- इसके अलावा परियोजना स्थल पर पुलिस चेक पोस्ट भी बनाये गए हैं।
पेड़-पौधों में लगायी गयी है, चिप:
- गोमती रिवर फ्रंट परियोजना के तहत नदी किनारे पेड़-पौधों की सुरक्षा के लिए उनमें एक विशेष प्रकार की चिप लगायी गयी है।
- यह चिप सीधे कण्ट्रोल रूम से जुड़ी होगी।
- परियोजना के तहत सभी चिप को मास्टर कंप्यूटर से जोड़ा जायेगा, यह मास्टर कंप्यूटर रिवर फ्रंट के कण्ट्रोल में रखा जायेगा।
- इन चिपों के माध्यम से पेड़-पौधों को सूखने और चोरी होने से बचाया जायेगा।
- इसके साथ ही सूत्रों के मुताबिक, सरकार गोमती नदी में रिवर क्रूज और वाटर बस चलाने की भी योजना बना रही है।
- हनुमान सेतु से लेकर डालीगंज पुल तक गोमती नदी के बाएं तटबंध का विकास कार्य तेज रफ़्तार से चल रहा है।
लक्ष्मण झूले की तर्ज पर भी विकास:
- गोमती रिवर फ्रंट के अगले फेज में ऋषिकेश में गंगा नदी पर बने लक्ष्मण झूले की तर्ज पर एक पुल बनाया जायेगा।
- जिसे अम्बेडकर पार्क वाले किनारे से एक पुल के माध्यम से जोड़ा जायेगा, जिसे लक्ष्मण झूले की तर्ज पर विकसित किया जायेगा।
- इसके साथ ही नदी के घाट पर मौजूद खाली जगह में क्रिकेट और फुटबॉल स्टेडियम में तब्दील किया गया है।
- इस झूले से एक ओर जहाँ पर्यटक गोमती के नज़ारे का लुत्फ़ उठा सकेंगे, वहीँ इससे एक ओर से दूसरी ओर भी जाया जा सकेगा।
- यह पुल करीब 100 मीटर ऊंचा होगा, साथ ही इससे पूरे शहर को भी देखा जा सकेगा।
- पहले इसे पुराने लखनऊ में बनाने की योजना थी, जिसे पुरातत्व विभाग के इंकार के बाद यहाँ प्रस्तावित किया गया है।
- इस झूले के साथ ही कई और पैदल पुल भी बनाये जायेंगे।
दुबई की तर्ज पर बना है, ‘म्यूजिकल फाउंटेन’:
- राज्य सरकार द्वारा गोमती रिवर फ्रंट में म्यूजिकल फाउंटेन लगाये गए हैं।
- ये म्यूजिकल फाउंटेन दुबई की तर्ज पर विकसित किया गया है।
- गोमती रिवर फ्रंट में रबर डैम का भी निर्माण करवाया जा रहा है, जिससे पानी को शहर के भीतर रोककर दर्शनीय बनाया जायेगा।
- इसके अलावा गोमती नदी के तटों पर बैठने के लिए छोटे-छोटे स्टैंडिंग रूम भी बनाये गए हैं।
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