उत्तर प्रदेश सरकार द्धारा रविवार को 67 आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया, जिसके तहत श्रीमती बी. चन्द्रकला को बिजनौर का नया डीएम बनाया गया है। डीएम बी.चन्द्रकला अपने स्वभाव, आम लोगों की सुलभ पहुँच और अपनी कर्मठता के लिए जानी जाती हैं। बुलंदशहर के लोगों में डीएम चन्द्रकला के तबादले के कारण दुख का माहौल व्याप्त है।
किसी के लिए ‘डीएम मम्मी’ तो किसी के लिए ‘दीदी’:
बी.चन्द्रकला ने बहुत कम समय में अपने कार्यों और लोगों के लिए आसानी से सुलभ होने की छवि के द्धारा सभी के दिलों में सम्मानित स्थान बना लिया था। अनाथालय के बच्चों के साथ उनकी निकटता इस बात से ज़ाहिर होती हैं की कुछ बच्चे उन्हें “डीएम मम्मी” कह कर सम्बोधित करते हैं। डीएम चन्द्रकला ने बुलंदशहर में भी अपनी कर्मठ और ईमानदार छवि के अनुरूप ही कार्य किया। एक दिन सड़क और सीवर के निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर रही जिलाधिकारी ने जब कार्यों की गुणवत्ता में कमी पायी तो उन्होनें नगर पालिका के अधिकारियों को ना सिर्फ डांटा बल्कि तत्काल ही सभी कार्यों को व्यवस्थित करने के आदेश भी दिए। यह उनके जनता की सुविधाओं के प्रति संवेदनशील और अपने कार्य के प्रति निष्ठावान होने का परिचायक है। आप लोगों के बीच उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि बुलंदशहर के लोग उन्हें ‘दीदी’ कहकर बुलाते थे।
भावुक हुआ बुलंदशहर:
प्रतिभाशाली और बेहद साहसी, कर्मठ एवं ऊर्जावान जिलाधिकारी बी.चन्द्रकला का तबादला बुलंदशहर के लोगों के लिए बुरे सपने की तरह है। बुलंदशहर के लोग डीएम बी.चन्द्रकला को ‘दीदी’ बुलाते हैं जो यह बताता है कि बुलंदशहर की जनता डीएम चन्द्रकला का बहुत सम्मान करती है। डीएम साहिबा ने भी बुलंदशहर के लोगों का धन्यवाद देते हुए कहा, “शुक्रिया बुलंदशहर…
बुलंदशहरवासियों ने असीम स्नेह बहन, बेटी के रूप में दिया। आप सबका ह्रदय से आभार। सेवा का सफर अब बुलंदशहर से बिजनौर की ओर है। बुलंदशहर की यादें सदा संग हैं। यही यादें बिजनौर में और अधिक सेवा करने की शक्ति देंगी”।
चंद्र कला जैसे अधिकारी एक साधू संत की भाँति होते हैं जो एक स्थान को पवित्र करने के बाद दुसरे स्थान को पवित्र करने में जुट जाते हैं।
बुलन्द शहर की प्रशासनिक शैक्षणिक सामाजिक व्यवस्था को दुरुस्त करने के बाद वहाँ के लोगों को अच्छे माहोल की आदत डालने के बाद पवित्र नदी की भाँति अन्य स्थान की गन्दगी को धोने और पवित्र करने में बह जाते हैं।
ऎसे राष्ट्र को समर्पित सेवकों को शत शत नमन।
Didi ne mathura ko kafi had tak sudhara par wha k kich logo ki bja se unka transfer kar diya m tu yahi chahta hu hu wo dubara mathura m dubara aye
Jai ho