दशहरा पर हुआ क्षत्रिय प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन -जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर हुआ आयोजन

हरदोई में दशहरा पर हुआ क्षत्रिय प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन
-जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर हुआ आयोजन
-सम्मेलन की शुरुआत श्रीराम की आरती पूजन के साथ की गई
-इस दौरान कहा गया सियासी व्यापारियों से क्षत्रिय समाज को सजग रहने की जरूरत
-समाज को नुकसान पहुंचाने वाले जयचन्दों व छलचंदों को चिन्हित कर उनका बहिष्कार जरूरी

हरदोई के जिला कांग्रेस कमेटी कार्यालय पर विजय पर्व दशहरा के पावन अवसर पर क्षत्रिय प्रतिनिधि सम्मेलन का आयोजन किया गया।सम्मेलन का आयोजन कांग्रेस जिलाध्यक्ष व हरदोई सदर विधानसभा के पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी आशीष कुमार सिंह सोमवंशी ने किया।सम्मेलन की शुरुआत प्रभु श्री राम की आरती पूजन के साथ की गई।समनेलन की अध्यक्षता साधू सिंह सोमवंशी ने की।

सम्मेलन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष आशीष कुमार सिंह सोमवंशी ने कहा कि सियासी व्यापारियों से क्षत्रिय समाज को सजग रहने की जरूरत है। समाज के प्रत्येक वर्ग का संरक्षक है क्षत्रिय।क्षत्रीय समाज को मजबूत बनना है तो समाज को नुकसान पहुंचाने वाले जयचन्दों व छलचंदों को चिन्हित कर उनका बहिष्कार जरूरी।प्रभु श्री राम की भांति जो समाज के प्रत्येक वर्ग को साथ लेकर चले, उसके हित के लिए तत्तपर है वही क्षत्रिय।आज क्षत्रिय समाज के कुछ संगठन सिर्फ रसूखदारों और मुठ्ठी भर प्रभावशाली परिवारों के हाथों की कठपुतली बनकर सत्ताधारी दलों के प्रकोष्ठ की तरह काम कर रहे हैं। जब क्षत्रिय समाज के किसी गरीब, मजदूर को मदद की जरूरत पड़ती है तो कोई तथाकथित क्षत्रिय हितैषी संगठन उसके साथ खड़ा नहीं दिखता।क्षत्रिय समाज की मजबूती के लिए यह जरूरी है अपना हित व स्वार्थसिद्धि करने वालों की पहचान की जाए।और समाज के जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुंचकर उनका सुख दुःख साझा कर उनकी सहायता करी जाए।सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए जिला उपाध्यक्ष साधू सिंह सोमवंशी ने कहा कि आज क्षत्रिय समाज को ठाकुर धर्मगज सिंह सोमवंशी जैसे नेतृत्व की आवश्यकता है।माता गायत्री के परमभक्त व उच्चकोटि के समाजसेवी थे बाबू जी।समाज के प्रत्येक वर्ग के हर समय उपलब्ध रहते थे।क्षत्रिय अनुशासित हो सकता है मगर कभी शासित नहीं हो सकता।सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद ठाकुर धर्मगज सिंह के भतीजे शयामा कुमार सिंह सोमवंशी ने कहा कि क्षत्रिय हमेशा अपने शौर्य, साहस, सहनशीलता व संवेदनशीलता के लिए पहचाने जाते हैं।क्षत्रिय ही है जो भगवान श्रीपरशुरामजी के स्वाभिमान का मान रखे और शबरी के झूठे बेर खाने से परहेज भी न करे।समाज के प्रत्येक वर्ग के स्वाभिमान, सम्मान की संरक्षा व सुरक्षा करना ही क्षत्रिय धर्म है।
नगर पालिक परिषद हरदोई के पूर्व उपाध्यक्ष स्व गोपी सिंह के पुत्र अजयपाल सिंह ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में आपसी स्वार्थों से ऊपर उठकर समाज को एकजुटता की आवश्यकता है।कुछ सियासी व्यापार करने वाले मठाधीश लगातार क्षत्रिय समाज में फूट डालने की कोशिश करते रहते हैं।उनकी कोशिश को कामयाब नहीं होने देना है।समाज को जागरूक और एकजुट रखना है।

Report:- Manoj

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