[nextpage title=”Uttar Pradesh police taking bribe” ]
राजधानी के आउटर रिंगरोडों पर यातायात पुलिस और होमगार्डों की वसूली लगातार जारी है। दो दिन पहले uttarpradesh.org ने वर्दीधारियों के इस कारनामें को तस्वीरों सहित प्रकाशित किया था। इसके बाद गुरुवार को फिर पुलिस की वसूली के चलते चिनहट क्षेत्र में बी कॉम के छात्र की सड़क हादसे में मौत हो गई जबकि छह लोग घायल हो गए थे। हलाकि जो वीडियो हम आप को दिखा रहे हैं वह दो दिन पहले का है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अगले पेज पर पूरी खबर के साथ देखिये वीडियो:
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जिम्मेदार कार्रवाई से क्यों झाड़ रहे पल्ला?
https://www.youtube.com/watch?v=5cXNv30L1jU&feature=youtu.be
- मामले का संज्ञान लेते हुए आईजी जोन लखनऊ ए सतीश गणेश ने ट्वीटर के जरिये दोषियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
- इसके बाद डीआईजी रेंज लखनऊ ने एएसपी ट्रैफिक हबीबुल हसन को जांच दी लेकिन अभी तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
- इस मामले में जब एएसपी ट्रैफिक से बात की गई तो उन्होंने अपना पल्ला झाड़ते हुए कहा कि मामले की जांच सीओ ट्रैफिक डॉ. राजेश तिवारी को दी गई है।
- दोषियों की पहचान की जा रही है पहचान होते ही कार्रवाई की जाएगी।
@lucknowpolice @UPTPLKW कृपया सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु। @uptrafficpolice @diglucknow @igzonelucknow https://t.co/zl7VGUxrhz
— UP POLICE (@Uppolice) November 23, 2016
@lucknowpolice
Please take action against the guilty.@diglucknow FYI https://t.co/kaxN4JerG6— A. Satish Ganesh🇮🇳 (@SatishBharadwaj) November 23, 2016
सोशल मीडिया पर फिसड्डी साबित हो रही लखनऊ पुलिस
- सोशल मीडिया की लोकप्रियता देखते हुए पिछले दिनोंडीजीपी जावीद अहमद ने तत्काल करवाई करने के इरादे से पूरे प्रदेश की पुलिस के लिए ट्वीटर सेवा शुरू की थी।
- लेकिन इस से लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रहीं हैं।
- इसका नतीजा यह है की यूपी पुलिस के ट्वीटर से केवल एक ही जवाब दिया जाता है।
- कि ‘सूचना और कार्रवाई के लिए निर्देशित’ बस इसके बाद कार्रवाई और जांच ठंडे बस्ते में चली जाती है।
@sudhirkumarlko @Uppolice @uptrafficpolice – Enquiry by s.p.traffic
— LUCKNOW POLICE (@lkopolice) November 23, 2016
@lucknowpolice कृपया सूचनार्थ एवं आवश्यक कार्यवाही हेतु। https://t.co/l3ZxDaT1sC
— UP POLICE (@Uppolice) November 24, 2016
दूसरे जिलों की पुलिस ज्यादा एक्टिव
- भले ही मुख्यमंत्री अखिलेश यादव प्रदेश की पुलिस को और हाईटेक बनाने के लिए कई योजनाएं शुरू कर रहे हों।
- लेकिन लखनऊ पुलिस से ज्यादा दूसरे जिलों की पुलिस एक्टिव दिखती है।
- पिछले दिनों बागपत में बैंक के बाहर लाठीचार्ज की हमने खबर प्रकाशित की तो बागपत पुलिस ने फौरन एक्शन लेते हुए थाना प्रभारी को लाइन हाजिर और दरोगा को सस्पेंड जबकि दो होमगार्डों पर कार्रवाई के लिए कमांड को पत्र लिखा।
- लेकिन लखनऊ पुलिस दोषियों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
- जानकारों की मानें तो या इसके पीछे ऊंची पहुंच या फिर पैसा और कमीशन है।
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