पशु आरोग्य मेले का आयोजन, किसानों को पशुपालन सबंधी दी जाएगी जानकारी।
उन्नाव: जिलाधिकारी अपूर्वा दुबे के निर्देशन में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 अनिल दत्तात्रेय पाण्डे ने बताया है कि पशुपालन विभाग में पं0 दीन दयाल उपाध्याय वृहद पशु आरोग्य शिविर/मेला का आयोजन विकास खण्डवार किया जाना प्रस्तावित है।
उन्होने बताया है कि प्रत्येक विकास खण्डवार पं0 दीन दयाल उपाध्याय वृहद पशु आरोग्य शिविर/मेला के आयोजन 10 दिसम्बर से लेकर 31 दिसम्बर के मध्य किये जा रहे है, जिसमे 10 दिसम्बर 2022 को वि0खं0 सफीपुर के ग्राम बृजपालपुर में, 11 दिसम्बर को वि0खं0 औरास के ग्राम अटौरा में, 13 दिसम्बर को वि0खं0 मियांगंज के ग्राम मल्हौली सरदारनगर में, 14 दिसम्बर को वि0खं0 असोहा के ग्राम कांथा में, 15 दिसम्बर को वि0खं0 पुरवा के त्रिपुरारपुर में, 16 दिसम्बर को वि0खं0 फतेहपुर चैरासी के ग्राम विषय खेड़ा (झूलूमऊ) में, 18 दिसम्बर को वि0खं0 गंज मुरादाबाद के लहरापुर में, 20 दिसम्बर को वि0खं0 हसनगंज के पिलखना रसीदपुर में, 21 दिसम्बर को वि0खं0 बिछिया के लालपुर में, 22 दिसम्बर को वि0खं0 सुमेरपुर के कीरतपुर में, 24 दिसम्बर को वि0खं0 नवाबगंज के ग्राम भौली में, 25 दिसम्बर को वि0खं0 बाॅगरमऊ के ग्राम हीरापुर में, 27 दिसम्बर को वि0खं0 हिलौली के ग्राम तिसन्धा में, 29 दिसम्बर को वि0खं0 सि0 सिरौसी के ग्राम पतारी में, 30 दिसम्बर को वि0खं0 सि0 करन के ग्राम मैनहा में तथा 31 दिसम्बर 2022 को वि0खं0 बीघापुर के ग्राम इन्देमऊ में किया जायेगा।
उन्होने बताया है कि शिविर में पशुचिकित्सा, कृत्रिम गर्भाधान, बधियाकरण, टीकाकरण, कृमिनाशक दवापान, लघु शल्य चिकित्सा के साथ-साथ अनुर्वरता (बांझपन) में ग्रसित दुधारू पशुओं की पूर्णतः निःशुल्क चिकित्सा उपलब्ध कराकर उन्हे पुनः दुग्ध उत्पादन में लाया जाना है। कृषकों को उन्नत पशुपालन हेेतु जागरूक एवं क्षमता विकास करना, पशुपालकों को सरकार की लाभकारी योजनाओं से अवगत कराना एवं लाभ प्राप्त कराना, कृषकों को संतुलित पशु आहार, वर्ष भर हरे चारे के उत्पादन, समय से पशु टीकाकरण हेतु सजग करना, स्वच्छ दुग्ध उत्पादन, स्वच्छ पशु प्रबन्धन की जानकारी उपलब्ध कराना, पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि के साथ कृषकों/पशुपालकों की आय में वृद्धि करना, मेले में आये इच्छुक पशुपालकों को पशुधन बीमा योजना की जानकारी उपलब्ध कराना, शासन की मंशा के अनुरूप कृषकों की आय को दोगुना करने में पशुपालन व्यवसाय पर विशेष जोर दिया जाये तथा डेरी पालन, बकरी पालन, कुक्कुट पालन आदि जैसी लाभकारी योजनाओं को अपनाकर नवयुवकों को स्वरोजगार उपलब्ध कराना है। जिससे कृषकों की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
उन्होंने जनपद के समस्त पशुपालकों एवं कृषकों से अपील की है कि शिविर/मेलों में अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग कर पूरा लाभ उठाये।
Report:- Sumit