अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तैयारी में जुट गया है।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट तैयारी में जुट गया है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह में बड़ी संख्या में संत, धर्माचार्य सहित देश-विदेश के अतिथियों को आमंत्रित किया जाएगा।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने वाले संतों और धर्माचार्यों के लिए मठ मंदिरों में ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, देश-विदेश से आने वाले अतिथियों को ठहराने के लिए प्रयागराज के कुंभ की तर्ज पर हाईटेक सुविधाओं से लैस टेंट सिटी बसाने की तैयारी है।
रामलला के मंदिर का भूतल और गर्भगृह बनकर तैयार हो गया है। मकर संक्रांति से 25 जनवरी तक चलने वाले धार्मिक अनुष्ठान के बीच रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी सहित देश-विदेश के तमाम संत धर्माचार्य माजूद होगें।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सबसे बडी खासियत यह है कि इसमें देश विदेश से सभी धर्मों, पंतों और संप्रदायों के धर्म गुरुओं को आमंत्रण भेजा जाएगा। रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का समारोह लगभग नौ दिन चलेगा, जिसमें जिसमें शास्त्रों के अनुसार धर्माचार्य विधि विधान से धार्मिक अनुष्ठान संपन्न करेंगे और शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रामलला को गर्भगृह में विराजमान करेंगे।
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लाखों की संख्या में अतिथियों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। जिसको लेकर संत धर्माचार्य के ठहरने के लिए मंदिरों में व्यवस्था कराई जा रही है। वहीं, विशिष्ट अतिथियों के लिए हाईटेक सुख सुविधाओं से लैस प्रयागराज के कुंभ की तर्ज पर अस्थाई टेंट सिटी बसाने की तैयारी है।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या आने वाले मेहमानों के रुकने के लिए बेहतर और अच्छी व्यवस्था करने के प्रयास में अभी से लगा है। श्रीराम जन्मभूमि के पास स्थित भूमि पर बड़ी संख्या में टेंट लगाए जाएंगे। इसमें कारसेवक पुरम, रामसेवक पुरम और श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की अपनी निजी जमीन मणि पर्वत बाघ विशेश्वर पर बनाए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है।