नोटबंदी के विरोध में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी मंगलवार को यूपी की राजधानी लखनऊ से हमला बोला। ममता बनर्जी ने लखनऊ के 1090 चौराहे पर रैली की। ममता की रैली को लेकर एक नया खुलासा हुआ है कि रैली में आने के लिए मजदूरों को 200 दिये गये। आयोजकों ने 200-200 रूपये देकर रैली में भीड़ जुटाई।
- रैली में मौजूद एक मजदूर ने बताया कि उसे 200 रुपये देकर रैली में लाया गया है।
- इस मजदूर ने बातचीत में बताया कि उसे सुबह से लेकर शाम 5 बजे तक यहां रहने के लिए कहा गया है।
- साथ ही उसने बताया कि उसके जैसे और भी लोगों को 200 रूपये देकर लाया गया है।
- बताया जा रहा है कि टीएमसी नेता आर के सिंह चौहान को रैली में भीड़ जुटाने की जिम्मेदारी मिली थी।
- आलम यह था कि रैली में आये मजदूरों को यह भी नहीं मालूम था कि ममता कौन है।
एक कोने में खड़े नजर आये मजदूरः
- ममता की रैली में ऐसे करीब 300 लोगों को पैसे देकर लाया गया था।
- रैली में ममता के भाषण के दौरान इन लोगों को तालियां बजाने के निर्देश भी दिये जा रहे थे।
- जब-जब दीदी पीएम मोदी पर हमला करती, इन लोगों को ताली बजाने का इशारा किया जाता था।
- ज्यादातक मजदूर हाथ में पोस्टर थामें बस एक कोने में खड़े नजर आये।
- वो रैली में सिर्फ इस लिए आये थे क्योंकि उन्हें 200 रुपये मिलने थे।
- वहीं, कुछ महिलाओं का कहना था कि हमे कंबल देने के लिए यहां बुलाया गया है।
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