देवरिया जिले में गौवंश संरक्षण हेतु विभिन्न स्थायी एवं अस्थायी गौशालाएँ [ Gaushala in Deoria ] संचालित हैं। इन गौशालाओं में गोवंश के रहने, खाने और चिकित्सा सुविधा की उचित व्यवस्था की जाती है। जिले में कुल 19 गौशालाएँ हैं, जिनमें 2,699 से अधिक गोवंश संरक्षित हैं।

गौशाला: उत्तर प्रदेश की सभी गौशालाओं (UP Gaushala) का विवरण


1. देवरिया जिले की प्रमुख गौशालाएँ [ Gaushala in Deoria ]

वृहद गौसंरक्षण केंद्र (Vrihad Gau Sanrakshan Kendra)

  1. देवरिया सदर वृहद गौसंरक्षण केंद्र – 282 गोवंश
  2. सलेमपुर वृहद गौसंरक्षण केंद्र – 402 गोवंश
  3. सुकरौली वृहद गौसंरक्षण केंद्र – 275 गोवंश

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अस्थायी आश्रय स्थल (Asthayi Ashray Sthal)

  1. भगलपुर (परसिया चंडौर) – 25 गोवंश
  2. बैतालपुर (बाल्टिकरा) – 40 गोवंश
  3. भटनी (घाटी खास) – 84 गोवंश
  4. पथरदेवा (भैसादाबर) – 76 गोवंश
  5. सलेमपुर (कोला महुई पांडेय) – 70 गोवंश
  6. तारकुलवा (सोंहुला रामनगर) – 91 गोवंश
  7. भटपाररानी (हबीब चक, भेड़ापाकर) – 74 गोवंश
  8. रामपुर कारखाना (हरपुर कला) – 42 गोवंश
  9. रुद्रपुर (गोना सुरतपुरा) – 71 गोवंश

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कान्हा उपवन (Kanha Upvan)

  1. गौरी बाजार कान्हा उपवन – 263 गोवंश
  2. लार कान्हा उपवन – 201 गोवंश
  3. सलेमपुर कान्हा उपवन – 30 गोवंश
  4. देवरिया सदर कान्हा उपवन – 165 गोवंश
  5. बरहज कान्हा उपवन – 268 गोवंश

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कांजी हाउस (Kanji House)

  1. भगलपुर कांजी हाउस – 22 गोवंश
  2. बैकुंठपुर कांजी हाउस – 58 गोवंश

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2. कुल आंकड़े [ Gaushala in Deoria ]

कुल गौशालाएँ: 19
कुल गोवंश की संख्या: 2,699+
सबसे बड़ी गौशाला: सलेमपुर वृहद गौसंरक्षण केंद्र (402 गोवंश)
सबसे छोटी गौशाला: भगलपुर कांजी हाउस (22 गोवंश)

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3. देवरिया जिले की गौशालाओं में हुई प्रमुख घटनाएँ (2022 से अब तक) [ Gaushala in Deoria ]

➤ जुलाई 2022 – बारिश से जलभराव की समस्या

  • भारी बारिश के कारण सोंहुला रामनगर गौशाला और सलेमपुर वृहद गौसंरक्षण केंद्र में जलभराव हुआ।
  • 50 से अधिक गोवंश बीमार हुए। प्रशासन ने राहत कार्य किया।

➤ नवंबर 2022 – चारे की भारी कमी

  • तारकुलवा और पथरदेवा गौशाला में चारे की भारी कमी हुई।
  • 100 से अधिक गोवंश प्रभावित हुए। प्रशासन ने आपातकालीन चारा आपूर्ति की।

➤ मार्च 2023 – आगजनी की घटना

  • सुकरौली वृहद गौसंरक्षण केंद्र में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लग गई।
  • 20 गोवंश झुलस गए, 6 की मौत हो गई। दमकल विभाग ने स्थिति संभाली।

➤ जून 2023 – गोवंशों में संक्रमण फैला

  • देवरिया सदर कान्हा उपवन में 200 से अधिक गोवंश बीमार हुए।
  • पशु चिकित्सा विभाग ने विशेष टीम भेजी और इलाज किया।

➤ अक्टूबर 2023 – गोवंश चोरी की घटनाएँ बढ़ीं [ Gaushala in Deoria ]

  • बरहज कान्हा उपवन से 10 से अधिक गोवंश चोरी हो गए।
  • पुलिस जांच में जुटी और सुरक्षा बढ़ाई गई।

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4. अब तक हुई कुल मौतें और बीमार गोवंश (2022-2024) [ Gaushala in Deoria ]

कुल मृत गोवंश: 150+
बीमार हुए गोवंश: 500+

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5. प्रशासन द्वारा उठाए गए कदम

✔ गौशालाओं में चारे और पानी की आपूर्ति बढ़ाई गई।
✔ बीमार पशुओं के इलाज हेतु पशु चिकित्सकों की टीम तैनात की गई।
✔ स्थानीय निकायों द्वारा गौशाला प्रबंधन की निगरानी बढ़ाई गई।
✔ जलभराव और आगजनी जैसी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष फंड जारी किया गया।

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देवरिया जिले की गौशालाओं में 2,699 से अधिक गोवंशों का संरक्षण किया जा रहा है। प्रशासन लगातार सुविधाओं में सुधार के लिए प्रयासरत है। हालांकि, कुछ गौशालाओं में संक्रमण, चारे की कमी और चोरी जैसी समस्याएँ सामने आई हैं, जिन्हें हल करने की आवश्यकता है। प्रशासन को गौशालाओं की सुरक्षा और प्रबंधन को और मजबूत करने की दिशा में कार्य करना चाहिए।

यदि आपको किसी विशेष गौशाला के बारे में जानकारी चाहिए, तो कृपया बताएं। 🚩

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अस्वीकरण:

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