प्रसव के बाद महिला की मौत, परिजनों ने शव रखकर थाने के बाहर किया हंगामा
बिलग्राम कोतवाली क्षेत्र के कचना निवासी 22 वर्षीय संगीता की प्रसव के बाद मौत हो जाने पर परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने मृतका के शव को थाने के गेट पर रखकर न्याय और कार्रवाई की मांग की। (Woman dies after delivery)
#हरदोई : कचना निवासी 22 वर्षीय संगीता की बिलग्राम के एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में ऑपरेशन के बाद संगीता की तबीयत बिगड़ी और इलाज में लापरवाही बरती गई। आरोप है कि अस्पताल ने गलत इंजेक्शन लगाया और बाद में इलाज न कर उसे लखनऊ रेफर कर… pic.twitter.com/eFJM9qxR5x
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) December 14, 2024
क्या हुआ था?
संगीता, पत्नी मंगल बाबू, को प्रसव के लिए उनके ससुराल पक्ष द्वारा बिलग्राम के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के जरिए उसने एक स्वस्थ पुत्र को जन्म दिया। हालांकि, प्रसव के तुरंत बाद संगीता की हालत बिगड़ने लगी। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रबंधन ने स्थिति की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए केवल पैसे की मांग की। (Woman dies after delivery)
गलत इलाज का आरोप
परिजनों का कहना है कि इस दौरान अस्पताल कर्मियों ने संगीता को गलत इंजेक्शन लगाया, जिससे उसकी हालत और बिगड़ गई। इसके बावजूद, संगीता का सही तरीके से इलाज नहीं किया गया और उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया। लखनऊ पहुंचने से पहले ही संगीता ने दम तोड़ दिया।
थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन
संगीता की मौत से आक्रोशित परिजन अस्पताल संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर शव को लेकर सीधे बिलग्राम थाने पहुंच गए। उन्होंने थाने के गेट पर शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया और अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए।
पुलिस का बयान
बिलग्राम कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक उमाकांत दीपक ने बताया कि महिला की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। प्रभारी निरीक्षक ने यह भी कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।
परिवार की मांग
मृतका के भाई और अन्य परिजनों ने न्याय की गुहार लगाते हुए पुलिस से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अस्पताल की लापरवाही और पैसों के लालच ने एक जिंदगानी छीन ली।
लापरवाही का सवाल
यह घटना न केवल अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल उठाती है, बल्कि छोटे शहरों में चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता पर भी गंभीर चिंताएं खड़ी करती है। संगीता की मौत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की सख्त जरूरत है।
संगीता की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर से स्वास्थ्य सेवाओं की लचर स्थिति और निजी अस्पतालों की मनमानी पर रोशनी डाली है। पुलिस के अनुसार, पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। अब देखना यह है कि पीड़ित परिवार को न्याय मिलता है या यह मामला भी अन्य मामलों की तरह फाइलों में दबकर रह जाता है।
Report:- Manoj Hardoi
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