देश में नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा कालेधन के खिलाफ उठाये गये नोटबंदी के फैसले पर करीब 400 राजनीतिक दल पानी फेर सकते हैं। देश भर में रजिस्टरर्ड यह पार्टियां चुनाव आयोग की नज़र में चढ़ चुकी हैं। इन पार्टियों का कच्चा चिठ्ठा खोलना शुरू कर दिया है। साथ ही आगामी चुनावों को मद्देनजर रखते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त नसीद जैदी ने राज्य चुनाव आयोग से इन पार्टियों की रिपोर्ट भेजने का आदेश भी दे दिया है।
चुनाव आयोग ने कसी कमर :
- मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के अनुसार देश में 1900 राजनीतिक दल रजिस्टर्ड हैं।
- इसमें से 400 दल ऐसे है. जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा।
- जैदी ने आशंका जाहिर की है कि इन पार्टियों का इस्तेमाल काले धन को सफेद करने में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- इस तरह की पार्टियों को चुनाव आयोग ने लिस्ट से निकालने का काम शुरू कर दिया है।
- आयोग ने इन पार्टियों को मिलने वाले चंदे और आयकर में छुट बंद करने फैसला किया है।
- इस पर आयोग जल्द ही मोहर भी लगा सकता है।
- वहीं चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोग से ऐसी पार्टियों की लिस्ट भेजने को कहा है, जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़ा।
- साथ ही इन पार्टियों को अब तक मिले चंदे की भी जानकारी भेजने के निर्देश दिए गया है।
- मुख्य चुनाव आयुक्त जैदी ने कहा कि अब हर वर्ष रजिस्टर्ड दलों की लिस्ट का गहन विश्लेषण किया जाएगा।
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