संतान सुख के लिए लोग तमाम मन्नतें मांगते हैं। मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारों, गिरिजाघरों में मत्था टेकने जाते हैं। लेकिन यूपी के बाराबंकी जिले में एक बिल्डर की पत्नी ने एक बच्चे का अपहरण कर लिया। बताया जा रहा है बिल्डर की पत्नी को 15 साल बाद भी संतान सुख प्राप्त नहीं हुआ इसके चलते उसने यह खौफनाक कदम उठाया। लेकिन पुलिस ने आरोपित महिला सहित उसके दो साथियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। जबकि मासूम को उसके मां-बाप के सुपुर्द कर दिया।
यह था पूरा मामला
- एसपी बाराबंकी राजू बाबू सिंह के मुताबिक, 21 दिसंबर की रात बड्डूपुर थाना क्षेत्र के रायपुर मजरे भगौली गांव के रहने वाले रसीद और उनकी पत्नी जुबेदा के बच्चे नियाज (3 माह) का घर के बाहर छप्पर के नीचे से अपहरण हो गया था।
- इसका मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने पड़ताल शुरू की थी।
- मुकदमें में पीड़ितों ने गांव के ही रहने वाले चंद्रप्रकाश पर शक जाहिर किया था।
- पीड़ितों के मुताबिक, चंद्रप्रकाश ने उससे एक हफ्ते पहले कहा था कि कोई छोटा बच्चा हो तो बताना।
- किसी को देना है, इसी आधार पर पुलिस ने चंद्रप्रकाश का फोन सर्विलांस लेकर पड़ताल की उसकी लोकेशन घटनास्थल के पास मिली थी।
- उसे पकड़कर कड़ाई से पूछताछ की गई तो आरोपित पुलिस के शिकंजे में आ गए।
फ्लाईट से मासूम को लखनऊ लेकर पहुंची
- पुलिस के अनुसार मुंबई में रियल स्टेट के बड़े कारोबारी संदीप गुप्ता की 15 साल पहले संतोषी गुप्ता से शादी हुई थी।
- शादी के 15 साल बाद भी दोनों को संतान सुख प्राप्त नहीं हुआ।
- संतोषी का एक मकान विराट खंड, गोमती नगर लखनऊ में भी है।
- इससे परेशान महिला ने रायपुर के निवासी चंद्रप्रकाश से संपर्क कर एक बच्चे के लिए दो लाख रुपये में सौदा किया था।
- इसके बाद चंद्रप्रकाश ने सुरेश प्रजापति निवासी कादीपुर खुर्द सुल्तानपुर के साथ मिलकर मासूम का अपहरण कर महिला के हाथ बेच दिया।
- पकड़े जाने के बाद महिला बच्चे को लेकर फ्लाईट से लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर पहुंची यहां पहुंचते ही पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया।
- पुलिस ने तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया। जबकि मासूम को उसके मां-बाप के सुपुर्द कर दिया।
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