एक लंबे समय से एक दूसरे कि खिलाफ वाकयुद्ध जारी रखने वाले और एक दूसरे के दुश्मन समझे जाने वाले समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अमर सिंह और अखिलेश यादव सरकार के वरिष्ठ मंत्री आजम खान बहुत जल्द ही अपने हथियार डाल सकते हैं।
- कुछ दिनों से दोनों नेताओं के सुर एक जैसे ही लग रहे हैं।
- यह इस बात का संकेत है कि उनके बीच की दुश्मनी अब पुरानी बात हो सकती है।
- कुछ सप्ताहों पहले तक खान एकदम कड़वे अंदाज में विरोध कर रहे थे।
- दरअसल संभावनाएं हैं कि अमर सिंह समाजवादी पार्टी में लौट सकते हैं।
- राज्यपाल राम नाइक ने विधानसभा में राज्यपाल के कार्यालय के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए कैबिनेट से आज़म खान की बर्खास्तगी की मांग की थी।
- अमर सिंह ने ससम्मान कहा कि नाइक की यह मांग न्यायसंगत नहीं है।
- अमर सिंह ने कहा कि राज्यपाल राज्य के संवैधानिक प्रमुख हैं।
- राज्यपाल को सीएम को उनके कैबिनेट में निर्देशित करने के अधिकार नहीं हैं।
- इस हृदय परिवर्तन के बारे में पूछने पर अमर सिंह ने कहा, यह हमारे विवादों से अलग है।
- मैं आजम खान को एक ऐसे इंसान के रूप में देखता हूं जो कि सीधे दिल से बात करते हैं।
- कुछ दिनों बाद सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव ने कहा कि सिंह भले ही उनके दल में नहीं हैं पर वह हमेशा से उनके दिल में हैं।
- आज़म खान अपने परम विरोधी के लिए यह कहकर नरम हो गए कि वे मुलायम और उनके हृदय के करीबियों का सम्मान करते हैं।
- आज़म खान ने कहा कि ‘नेता जी के दिल में जो भी है, वह मेरे लिए अजीज है।’
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