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उत्तर प्रदेश के समाजवादी पार्टी में बीते दिनों से चल रहा नाटकीय घटनाक्रम आज भी जारी रहा है। इसकी शुरुआत में पहले अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी के नाम पर अपने पसंद के उम्मीदवारों की सूची जारी करने और सपा महासचिव रामगोपाल यादव को उनका साथ देने और तत्काल पार्टी का राष्ट्रीय अधिवेशन बुलाने पर पार्टी से 6 वर्ष के लिए बाहर कर दिया गया। हालाँकि बाहर किये जाने के 12-14 घंटे के भीतर ही सपा नेता आजम खां द्वारा सुलह करा दी गयी और उन्हें वापस ले लिया गया। मगर राष्ट्रीय अधिवेशन फिर भी नहीं रोका गया और आज हुए अधिवेशन में कुछ अहम फैसले लिए गए।
अगले पेज जानें, आज हुए अधिवेशन में लिए गए फैसले :
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अखिलेश यादव बनें समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष :
- आज लखनऊ के जनेश्वर मिश्र पार्क में समाजवादी पार्टी का आपातकालीन अधिवेशन बुलाया गया जिसमें संबोधन सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने किया।
- उन्होंने अधिवेशन में यह प्रस्ताव पारित किया कि यूपी के सीएम अखिलेश यादव को समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए।
- सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव स्वीकार हुआ और अब अखिलेश यादव समाजवादी पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष बन चुके है।
- साथ ही वर्तमान अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव को सपा का संरक्षक बना दिया गया है।
- अब पार्टी और संघटन की कमान पूरी तरह से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के हाथो में आ चुकी है।
अमर सिंह हुए पार्टी से बाहर :
- अखिलेश यादव के हाथों में पार्टी की कामन देने के साथ ही कई और मुद्दों पर आम सहमति बनी।
- इस अधिवेशन में बीते कई दिनों से अखिलेश के आँखों की किरकिरी बन चुके अमर सिंह को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।
- बीते कई दिनों से अमर सिंह और अखिलेश यादव का रिश्ता सबके सामने आ चुका था।
- अखिलेश कई बार अपने पिता और सपा सुप्रीमो से अमर को बाहर करने की बात कह चुके थे।
- मगर सपा प्रमुख ने कभी भी उनकी बात नहीं मानी बल्कि अमर सिंह को सपा का राष्ट्रीय महासचिव और संसदीय बोर्ड का सदस्य भी बना दिया था।
- इसीलिये पार्टी की सत्ता हाथ में आते ही उन्होंने पहले अमर सिंह को बाहर का रास्ता दिखाया।
शिवपाल से छिना प्रदेश अध्यक्ष पद :
- आज हुए समाजवादी पार्टी के अधिवेशन में अखिलेश यादव ने कहा कि पार्टी में 2 लोग मिलकर साजिश कर रहे है।
- ये दो लोग लगातार पार्टी को अन्दर ही अन्दर से कमजोर कर रहे है।
- इसके बाद ही सपा महासचिव रामगोपाल यादव ने शिवपाल यादव को पार्टी केप्रदेश अध्यक्ष पद से हटाने का प्रस्ताव दिया जो पारित भी हो गया।
आज हुए पूरे नाटकीय घटनाक्रम के बाद समाजवादी पार्टी की पूरी सत्ता अब अखिलेश यादव के हाथो में आ गयी है और मुलायम सिंह यादव को सपा का संरक्षक बना दिया गया है। हालाँकि अधिवेशन शुरू होने से पहले ही मुलायम ने एक चिठ्ठी जारी कर इस अधिवेशन को असंवैधानिक करार दिया गया था। साथ ही संसदीय बोर्ड की बैठक भी बुलायी गयी थी।
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