जैसे ही चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान किया वैसे ही पूरे प्रदेश में पुलिस और प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। पुलिस ने अराजक तत्वों और खुराफातियों का चिन्हीकरण कर शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पहली कार्रवाई में हरदोई जिले में 14 हजार 727 पर 107-16 की कार्रवाई की है। जिले में 10 हजार से अधिक लोगों को पाबंद किया गया है जबकि 200 लोगों पर मिनी गुंडाएक्ट, कई लोगों को जिला बदर किया गया है। हरदोई के जिलाधिकारी विवेक वाष्ण्रेय ने पुलिस अधीक्षक राजीव मल्होत्र के साथ भ्रमण करके कई कस्बों में लगे होर्डिंग्स, बैनर आदि हटाये जाने के कार्य का जायजा लिया।
संवेदनशील बूथ को बना दिया शांति बूथ
- जिले के पिहानी कोतवाली के सबसे संवेदनशील बूथ नरधिरा में सीओ श्यामाकांत त्रिपाठी के नेतृत्व में पहुंची सीआईएसएफ और पिहानी पुलिस ने पूर्व प्रधान विमलेश सिंह व उनके पुत्र वीरू सिंह को महोली (सीतापुर) में दर्ज एक हत्या के मामले में गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
- दोनों की गिरफ्तारी से नरधिरा गांव अब संवेदनशील नहीं बल्कि शांति शील बूथ बन गया है।
- कई वर्षों से इस बूथ पर चुनाव के वक्त तगड़ा बवाल होता था।
- मकसद प्रधानी थी, प्रधानी चुनाव में पूर्व एसपी उमेश कुमार सिंह ने ऐसा पेंच कसा था कि चुनाव शांति पूर्ण हो गए थे।
- लेकिन सीओ हरियांवा ने भी सही वक्त पर निर्णय लेकर दोनों उपद्रवियों को पकड़ क्षेत्र में शांति रहने का संदेश दे दिया।
- ग्राम प्रधान पति पुष्पेंद्र राठौर का कहना है कि हिस्ट्रीशीटर बाप-बेटे की गिरफ्तारी के बाद गांव का माहौल बदल गया है।
- दोनों हिस्ट्रीशीटर आये दिन गांव में तांडव करते थे।
- इन दोनों की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी पवन त्रिवेदी की टीम की भी अहम भूमिका रही।
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