राजधानी मोहनलालगंज के कनकहा गांव में शुक्रवार को नहर के तेज बहाव में मायाराम डूब गया था। आखिरकार एनडीआरएफ की टीम ने दूसरे दिन अपने सर्च अभियान में मायाराम के शव को ढूंढ निकाला। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
यह था पूरा मामला
- शुक्रवार को ग्रामीणों और एनडीआरएफ की टीम ने देर शाम तक मायाराम के शव को डेढ़ किलोमीटर लंबी झील में तलाशते रहे, लेकिन मायाराम का कोई पता नहीं चला था।
- दूसरे दिन वाराणसी स्थित 11वीं एनडीआरएफ टीम ने सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे कमांडेंट अलोक कुमार सिंह और इंस्पेक्टर ताराचंद यादव के नेतृत्व में शनिवार को सर्च अभियान शुरू किया।
- करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद गोताखोर हंसराज गुर्जर और बृजेश कुमार ने बीच झील से मायाराम का शव बरामद किया।
- शव देखकर मायाराम के माता-पिता और पत्नी व तीन बच्चे मायाराम के शव से लिपट कर रोने लगे।
- मृतक मायाराम के शव का पोस्टमार्टम होने के बाद जब शव गांव पंहुचा तो परिजनों ने उतरावा गांव में मायाराम का शव रखकर मुआवजे की मांग करने लगे।
- मुआवजे में दो बीघे जमीन और 25 लाख रुपये व नहर विभाग पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे थे।
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