चुनाव आयोग ने उत्तर प्रदेश में चुनाव की तिथियों की घोषणा की दी है। इसी बीच यूपी के सुल्तानपुर जिले के हलियापुर कानून गो सर्किल के 29 राजस्व गांवों के लगभग 60 हजार ग्रामीणों सहित 22 ग्राम प्रधानों ने भी चुनाव बहिस्कार की भी घोेषणा कर डाली। बता दें कि सुल्तानपुर में अगामी 27 फरवरी को पांचवे चरण में चुनाव सम्पन्न कराने की घोषणा हुई है। इन राजस्व गांवों को नजदीकी तहसील से न जोड़े जाने की वजह से नाराज ग्रामीणों ने चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। दर्जनों गांव के लोगों को कहना है कि अपनी छोटी छोटी सी जरूरतों के लिए स्थित सुदूर तहसील का चक्कर लगाना पड़ता है। विगत लोकसभा चुनावों में इन ग्रामीणों ने अपनी वोटिंग अमेठी में की थी।
विभिन्न ग्रामीणों ने लिया बड़ा फैसला
- शासन-प्रशासन से लाख फरियादों के बाद जिले के विभिन्न ग्रामीण अंचलों कें लोगों ने एक कड़ा फैसला लेने का ऐलान कर दिया।
- ग्रामीण अपने गांवों को मौजूदा तहसील से हटाकर नव सृजित तहसील बल्दीराय (सुल्तानपुर) में सम्मिलित किये जाने की मांग कर रहे हैं।
- कई प्रधान और ग्रामीणों ने बताया कि हमारे गांवों को नव सृजित तहसील बल्दीराय से जोड़ा जाये।
- क्योकि मौजूदा तहसील की दूरी जो कि (लगभग 40 से 50 किमी) है तथा तहसील आने जाने के लिये वाहन, सड़क की अव्यवस्था के कारण तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ता है।
- जब कि बल्दीराय तहसील 2 से 20 किमी के ही दायरे में है।
- जिससे हम लोगों के लिए हमने कई जन प्रतिनिधियों और अधिकारियों को लिखित अवगत कराया लेकिन परिणाम ढाक का तीन पात ही रहा।
- इस बाबत हम लोगों ने जिलाधिकारी सहित सीएम और राज्यपाल को भी पत्र लिखा लेकिन कोई हल नहीं निकला जिसके कारण हम लोगों ने आगामी चुनाव का बहिस्कार का निर्णय लिया है।
राजस्व गांवों के गणित में हो रही गड़बड़
- जिले के लगभग 29 राजस्व गांवों के ग्रामीणों द्वारा चुनाव में हिस्सा न लेने की जानकारी मिलते ही राजनितिक गणितज्ञों का चुनावी फार्मूला गड़बड़ा गया है।
- इस सूचना ने तो सभी राजनितिक दलों के प्रत्याशियों की नींद उड़ा दी है।
- अब अलग-अलग तरीकों से ग्रामीणों को मनाने में जुट गए हैं।
- वहीं इससे प्रशासन के तो पांव तले जमीन सी खिसक गयी है।
- इस मामले पर जब हमारे अमेठी संवाददाता ने सीडीओ राम यज्ञ मिश्रा से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामला संज्ञान में है जिसकी सूचना शासन को दे दी गयी है।
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