कमल हासन अपनी बातों को बेबाक तरीके से रखे है. उन्हें कभी इस बात की चिंता नही रहती है कि उनकी बात को किस तरह से लेते है. इस बार उन्होंने बैलों की परंपरागत दौड़ जल्लीकट्टू को लेकर बयान दिया है.
बिरयानी को भी बैन किया जाए :
- आपको बता दे कि साल 2014 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा फसलों और खेती के उत्सव के दौरान.
- खेला जाने वाला खेल ‘जलीकट्टू’ को प्रिवेंशन ऑफ क्रूअलटी टू ऐनिमल ऐक्ट के तहत बैन किये जाने के बाद.
- इस बार चेन्नै एम् उत्सव से पहले दूसरी ही तरह से चर्चों की जा रही है.
- रविवार को किया गए प्रोटेस्ट के बाद, इस बहस में कमल हासन भी कूद चुके है.
- उन्होंने जलिकट्टू का समर्थन करते हुए कहा कि अगर ऐनिमल एक्टिविस्ट जलिकट्टू से इतने व्यथित है.
- उन्होंने कहा तो उन्हें एक कदम और आगे जाना चाहिए और बिरयानी को भी बैन कर देना चाहिए.
- कमल हासन ने बताया कि मैंने यह खेल खेला है.
- मैं कुछ उन गिने चुने कलाकारों में से हूं जो यह दावा कर सकते है कि उसने सांड को गले लगाया है.
- कमल हासन का समर्थन महत्वपूर्ण माना जा रहा है.
- वह उस क्लास का प्रधिनिधित्व करते है को जलीकट्टु के असल फायदे और नुकसानों से अनजान है.
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