भारतीय सेना के प्रथम फील्ड मार्शल एवं आर्डर आॅफ द ब्रिटिश एम्पायर केएम करियप्पा की याद में शनिवार को लखनऊ छावनी में प्रथम ‘सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस’ मनाया गया। फील्ड मार्शल केएम करियप्पा ने वर्ष 1947 में भारत-पाक युद्ध में भारतीय सेना का नेतृत्व करते हुए भारत को विजय दिलाई थी।

छावनी स्थित मध्य कमान में हुआ कार्यक्रम

  • ‘सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस’ की शुरूआत लखनऊ छावनी स्थित मध्य कमान के युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह के साथ हुई।
  • इस अवसर पर मध्य उत्तर प्रदेश सब एरिया के जनरल आॅफीसर कमांडिंग मेजर जनरल विनोद शर्मा ने मध्य कमान के युद्ध स्मारक ‘स्मृतिका’ पर माल्यार्पण कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
  • इनके अतिरिक्त सशस्त्र बल के सेवारत एवं सेवानिवृृत सन्यकर्मियों ने भी युद्ध स्मारक स्मृतिका पर माल्यार्पण कर शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
  • इस दौरान सेना की एक टुकड़ी ने सलामी सशस्त्र दी तथा बिगुलर द्वारा अंतिम धुन बजाई गई।
  • शहीद सैनिकों की दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया।

मेडिकल शिविर भी लगाया गया

  • इसके बाद सूर्या प्रेक्षागृह में भूतपूर्व सैनिक रैली आयोजित की गई।
  • इसके अतिरिक्त मेडिकल एवं डेन्टल शिविर सहित भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए अन्य जानकारियां भी उपलब्ध कराई गई।
  • इस दौरान भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण से जुड़े मुद्दों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से भूतपूर्व सैनिकों के लिए एक व्याख्यान व चर्चा भी आयोजित की गई।
  • इस दौरान भूतपूर्व सैनिकों एवं वीर नारियों को सम्मानित किया गया।
  • इस समारोह में भाग लेने के लिए तीनों सेनाओं के भूतपूर्व सैनिकों को आमंत्रित किया गया था।
  • सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस के माध्यम से भारतीय सशस्त्र बल अपने भूतपूर्व सैनिकों की राष्ट्रसेवा एवं निःस्वार्थ समपर्ण भावना को जागृत करने की एक अनूठी पहल की है।
  • यह दिवस उन भूतपूर्व सैनिकों के लिए समर्पित है जिन्होंने अपनी सेवा के दौरान अपने शौर्य पराक्रम का परिचय दिया था और आज सेवानिवृति के बाद भी वे राष्ट्रसेवा के अवसर के लिए तत्पर हैं।

देखिये तस्वीरें:

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