शीतलहर की छुट्टी घोषित होने के बाद भी नियमों को ताक पर रखकर स्कूल खुलने से 22 बच्चे मौत के मुंह में समा गए. आखिर इन बच्चों की मौत का जिम्मेदार कौन है? यह सवाल सभी के जुबान पर है. मासूमों की मौत की खबर मिलते ही उनके घरों में कोहराम मच गया है. हलाकि अधिकारी मौके पर घटना की पड़ताल करने में जुटे हैं. बता दें कि इस हादसे में मृतक 21 बच्चों के नाम की पुष्टि हो चुकी है.
एटा हादसे मारे गए 21 बच्चों के नाम इस प्रकार हैं
- नितिन ,दीपक, प्रिया, आदेश,करिश्मा ,शीनू ,किशनपाल ,
- प्रमोद ,श्याम ,अनुज, आकाश, विकास, अभिषेक, अंशू ,
- गुड़िया, मिलन,राजेंद्र, अंशिका, किशन, शिवानी, लविश
- सभी बच्चे निवासी नगला उम्मेद थाना अलीगंज, एटा के रहने वाले हैं.
- बता दें की हादसे के समय बस में 64 बच्चे सवार थे.
स्कूल बस पर नही था कोई नंबर -डीएम एटा
- डीएम एटा ने बताया की बच्चों को स्कूल ले जा रही बस पर कोई नंबर नही था.
- इससे साबित हो जाता है की प्रशासन कितनी बड़ी लापरवाही बरत रहा है.
- जख्मी बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
- बता दें कि 6 बच्चों को सैफई रेफर किया गया है.
- जिसमे से एक बच्चे के सिर में गहरी चोट के चलते उसकी हालत चिंताजनक बताई जा रही है.
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