उत्तर प्रदेश में एक ओर जहाँ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपना घोषणा पत्र जारी कर रहे थे, वहीँ इंदिरानगर के सेक्टर-11 में खुलेआम उनके ड्रीम प्रोजेक्ट की नुमाइश हो रही थी। लखनऊ मेट्रो की ड्यूटी पर लगे एक डम्पर को एक निजी प्लाट पर मिट्टी का खनन कर बेचते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया। ऐसे में अब हज़ारों लखनऊ मेट्रो के कर्मचारियों की साख पर सवालिया निशान लग गया है।
मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट है ‘लखनऊ मेट्रो’
- ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री अपनी हर सभा में लखनऊ मेट्रो का जिक्र करते हैं
- ऐसे में लखनऊ मेट्रो की ‘आन ड्यूटी’ डंपर का यह कारनामा भी प्रशासन के कान नहीं खड़े कर रहा है
- 3500 रूपये मात्र में मिट्टी बेचीं जा रही है
- एक्सक्लूसिव तस्वीरें और वीडियो जारी होने के बाद हंगामा मचा हुआ है।
‘लखनऊ मेट्रो’ प्रोजेक्ट में खनन का खेल
- हमारे पास मौजूद फोटो और वीडियो को देखकर मेट्रो प्रोजेक्ट में चल रहे इस खनन के खेल का सबूत मिल जाएगा।
- इंदिरानगर में मेट्रो खुदाई की मिट्टी डालने आए डम्पर के ड्राइवर और चालक ने इस पूरे खेल का खुलासा किया।
- गुप्त कैमरे में इन्होंने मेंट्रो के खेल का सच उगला।
- कैमरे पर इन्होंने बताया कि वह मेट्रो प्रोजेक्ट से निकाली गई मिट्टी को इंदिरानगर के प्लाट में डालने आए हैं।
- उन्होंने बताया कि इसके लिए वह 3500 रूपये लेते हैं।
मेट्रो अधिकारियों पर बड़ा सवाल
- मेट्रो साइट से ड्यूटी पर लगे डम्पर द्वारा मिट्टी की खरीद-फरोख्त ने बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।
- मेट्रो साइट से मिट्टी निकालकर बेचने का काम अधिकारियों की मिली भगत के बीच संभव नहीं हो सकता है।
- ऐसे में किन अधिकारियों की मदद से यह लोग मिट्टी बेच रहे हैं, बड़ा सवाल बन गया है।
https://www.youtube.com/watch?v=VARxjWv08IE&feature=youtu.be
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