एक खुलासे के तहत शराब कारोबारी व किंगफिशर एयरलाइन्स के मालिक विजय माल्या की बंद हो चुकी कंपनी किंगफिशर एयरलाइंस को बैंक से कर्ज दिलाने में तत्कालीन यूपीए सरकार के दौरान एक वरिष्ठ नौकरशाह ने उनकी मदद की थी. बता दें कि इस बात की पुष्टि माल्या व इस अफ़सर की इमेल्स से हुई है.

बेलआउट पैकेज दिलाने पर लगाया था ज़ोर :

  • हाल ही में खंगाली गयी विजय माल्या की एमैल्स से कई खुलासे हुए हैं.
  • जिसके तहत यह साफ़ होता नज़र आ रहा है कि उन्हें लोन दिलाने में तत्कालीन UPA सरकार के एक अफ़सर ने मदद की थी.
  • इन इमेल्स के तहत पता चलता है कि उस दौरान संयुक्त बैंकिंग सचिव रहे अमिताभ वर्मा ने विजय माल्या,
  • साथ ही सरकार व बैंकों के बीच मध्यस्थता कर किंगफिशर एयरलाइंस को ढहने से बचाने के लिए बेलआउट पैकेज दिलाने पर जोर लगाया था.
  • आपको बता दें कि विजय माल्या ने फरवरी, 2009 में अपनी एयरलाइंस कंपनी के तत्कालीन मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) रवि नेदुंगड़ी को एक ईमेल लिखा था,
  • जिसके तहत इस ई-मेल में बताया गया था कि सरकार ने किंगफिशर की पूरी मदद का भरोसा दिया है.
  • साथ ही माल्या ने लिखा था कि तब के बैंकिंग सचिव व SBI तथा PNB के तत्कालीन प्रमुख के बीच एक बैठक होनी थी.

माल्या ने खुद को NDA व UPA के बीच बताया फुटबॉल :

  • लोन डिफॉल्ट केस में फंसने शराब कारोबारी विजय माल्या ने देश की सियासी दलों पर जमकर हमला बोला है.
  • उन्होंने अपना गुस्सा सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर के माध्यम से निकाला है.
  • जिसके तहत उन्होंने कहा है कि “मैं टीम UPA-NDA के बीच फुटबॉल बनकर रह गया हूं, जिसमें कोई रेफरी नहीं है’.
  • आपको बता दें कि इससे पहले भी माल्या ने ट्वीट किये थे.
  • जिसके तहत उन्होंने कहा था कि CBI जानबूझकर केवल वही मेल लीक कर रही है,
  • जिसमें मामले को भटकाया जा सके.
  • माल्या ने आरोप लगाया कि इन ईमेल्स के जरिए मेरे व UPA सरकार के बीच सांठगांठ साबित करने की कोशिश की जा रही है.

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