लखनऊ विश्वविद्यालय में अराजकता अपने चरम पर पहुंच गई है। हॉस्टल से लगाकर कैंपस तक लगातार ताबड़तोड़ हिंसक घटनाएं रोज नए कलेवर के साथ घट रही हैं और विवि प्रशासन इनको लेकर केवल मूकदर्शक भर की भूमिका अदा कर रहा है।
यह है पूरा घटनाक्रम
- शनिवार को लविवि के एक छात्र और उसके भाई को पूरे कैंपस में पचास के करीब लड़कों ने लड़कियों से छेड़छाड़ का विरोध करने पर डंडों, बेल्ट, हाथों और लातों से रुई की तरह धुना।
- इस दौरान विवि का पूरा प्रशासन इसको रोकने के लिए आगे नहीं आया।
- सूचना मिलने पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड के कुछ सदस्य और गार्ड मौके पर पहुंचे जरूर लेकिन किसी भी आरोपी को पकड़ने में वह नाकाम रहे।
- दोपहर तकरीबन 12 बजे के करीब लविवि के मास कम्युनिकेशन विभाग में एमएससी द्वितीय वर्ष का छात्र पियूष शर्मा अपने सहपाठियों के साथ कक्षा समाप्त होने के बाद छत्रपति शिवाजी क्रीडांगन में बैठा था।
- छात्र के अनुसार वहां पर क्रिकेट खेलने के दौरान कुछ अंत:वासी छात्रों ने उससे बैट छीनने का प्रयास किया, इसका छात्र ने विरोध किया।
- जिसके बाद वहां मौजूद कुछ लड़कों ने उसे पीटना शुरू कर दिया।
- छात्र ने किसी तरह से खुद को बचाया और पूरे मामले की सूचना लिखित शिकायत के साथ प्रॉक्टोरियल बोर्ड कार्यालय में दी।
- अपनी शिकायत में छात्र ने शक्ति सिंह और संग्राम नाम के दो छात्रों के ऊपर मारपीट करने के आरोप लगाए हैं।
चौकी के रास्ते गिराकर मारा
- पीडि़त छात्र अभी अपनी शिकायत को लविवि चौकी प्रभारी को कानूनी कार्रवाई के लिए अग्रसारित करवाने जा ही रहा था कि रास्ते में उसे पहले से ही घात लगाए पचास के करीब लड़कों ने घेर लिया।
- सभी उसे शिकायत करने को लेकर धमकाने लगे।
- छात्र द्वारा फिर विरोध करने पर लड़कों ने उसे डंडों और बेल्टों से जमीन पर गिराकर पीटना शुरू कर दिया।
- इस भयानक मारपीट में छात्र का सिर फट गया और पूरे शरीर पर गंभीर चोटें लगी।
- इससे पहले छात्र ने अपने साथ हुई घटना की जानकारी रिश्ते के भाई रोहित भट्ट को भी दे दी थी।
- छात्र को बचाने पहुंचे उसके भाई को भी छात्रों ने लविवि के दो नंबर गेट तक दौड़ाया और फिर दोनों की मालवीय हॉल के पास जोरदार धुनाई की।
- इस पूरे घटनाक्रम के दौरान कोई भी इनको बचाने नहीं आया।
- छात्र को पीटे जाने की आवाजें इतनी तेज थी कि कैंपस में बने कई कार्यालयों के कर्मचारी अपना काम छोड़कर बाहर निकल आए।
100 नंबर पर दी सूचना
- इस घटना की सूचना 100 नंबर पर दिए जाने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और जानकारी जुटाने की कोशिश की।
- लविवि प्रशासन की ओर से पूरी घटना की शिकायत हसनगंज थाने को छात्र की लिखित शिकायत के साथ प्रेषित कर दी गई है।
- शिकायत में दोनों आरोपियों के शामिल होने की पुष्टि के लिए पुलिस लगातार लविवि प्रशासन से संपर्क बना हुए है।
- दिन में घटना के बाद कई थानों की फोर्स सहित सीओ ने भी स्थिति का जायजा लिया।
- इसके अलावा लविवि के मुख्य द्वार पर भी सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस को तैनात किया गया।
पुलिस का दर्द
- लविवि में सुरक्षा-व्यवस्था को कायम रखना बड़ी चुनौती है।
- इसको लेकर वहां पुलिस चौकी तो मौजूद है लेकिन इक्का-दुक्का सिपाहियों के ऊपर पूरे कैंपस की जिम्मेदारी है।
- सिपाहियों की मानें तो कम स्टॉफ के चलते मौके पर पहुंचना और उपद्रवियों से लोहा लेना काफी मुश्किल है।
- अगर समुचित स्टॉफ हो तो व्यवस्था को सुधारकर ऐसी घटनाओं को रोका जा सकता है।
अंत:वासी घटना में शामिल
- घटना के गवाह बने पीड़ित छात्र, व प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो शनिवार को दोनों भाइयों को पीटने वाले छात्र विवि के ही हॉस्टलों में रहते हैं। इसके अलावा एनडी व हबीबुल्लाह हॉस्टल के कुछ निष्कासित छात्र व बीपीएड के छात्रों के भी घटना में शामिल होने की बातें कही जा रही हैं।
बलरामपुर अस्पताल में हो रहा इलाज
- शनिवार को मारपीट में चोटिल हुए दोनों छात्रों को बलरामपुर अस्पताल में भर्ती किया गया है।
- दानों छात्रों को गंभीर चोट सिर व शरीर के दूसरे हिस्सों में लगी हैं।
- मासकॉम विभाग के शिक्षकों व छात्रों के परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार अगले एक हफ्ते तक उन्हें अस्पताल में ही रहना होगा।
- उनकी चोट ठीक होने के बाद ही वह अस्पताल से जा सकेंगे।
बयान को पुलिस भेज रही नोटिस
- लविवि में बीते वर्ष हुए कैलाश प्रकरण में जिन छात्रों के बयान नहीं दर्ज हुए थे उनको पुलिस की ओर से नोटिस भेजी जाएगी।
- सूत्रों के अनुसार प्रकरण में शामिल तकरीबन बीस के करीब छात्रों के मूल पते पर पुलिस व लविवि प्रशासन की ओर से नोटिस भेजकर अपने बयान दर्ज कराने को कहा जाएगा।
- इसके अलावा सभी छात्रों के संबंधित थानाध्यक्षों को भी इस कार्रवाई को पूर्ण कराने के निर्देश दिए जाएंगे।
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