उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 149 और 155 की दो लिस्ट जारी की है. वहीँ 8 भासपा के उम्मीदवार उतारे गए हैं. अभी पार्टी ने स्पष्ट नहीं किया है कि कुल कितनी सीटों पर उम्मीदवार घोषित किये जायेंगे अर्थात पार्टी यूपी में कितनी सीटों पर चुनाव लड़ने वाली है. इन तमाम बातों को लेकर पार्टी में बैठकों का दौर जारी है.
जिनको टिकट नहीं मिला वो नाराज:
टिकट बंटवारे में अन्य दलों से आये नेताओं को टिकट दिए जाने से पार्टी कार्यकर्ता और टिकट के दावेदार दोनों नाखुश हैं और जमकर पार्टी के इस फैसले का विरोध किया जा रहा है. पश्चिमी यूपी हो या पूर्वांचल के जिले, दोनों जगहों पर पार्टी को कार्यकर्ताओं के आक्रोश का सामना करना पड़ा है. पार्टी के कार्यकर्ता चेतावनी भरे लहजे में पार्टी को यूपी चुनाव में नुकसान पहुँचाने की बातें कर रहे हैं, जो कि पार्टी के लिए मुसीबत बना हुआ है. बीजेपी के दावेदार प्रत्याशी इस फैसले से नाखुश हैं कि लंबे समय से वो क्षेत्र में तैयारियों में जुटे थे और अंत समय में पार्टी ने टिकट किसी और दल से आये नेता को दे दिया।
जहाँ टिकट की घोषणा नहीं हुई, वहां असमंजस का माहौल:
अभी भी पार्टी ने कई जगहों पर उम्मीदवार ही घोषित नहीं किये हैं जबकि चुनाव की तारीख नजदीक आती जा रही है. पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने दुविधा की स्थिति ये है कि वो किस नेता के समर्थन में पार्टी का प्रचार करें। वहीँ बीजेपी के टिकट के दावेदार भी इसी दुविधा के कारण क्षेत्र में प्रचार के लिए नहीं जा पा रहे हैं. बलिया, वाराणसी और पूर्वांचल की कई सीटों पर बीजेपी ने अभी उम्मीदवार घोषित नहीं किये हैं. पार्टी अभी दावेदारों को लेकर असमंजस में है कि टिकट किसे दिया जाए. ऐसे में पार्टी के लिए समर्थकों और कार्यकर्ताओं को संतुष्ट कर पाना टेढ़ी खीर साबित हो रहा है.