संत शिरोमणि रविदास जी 640वीं जयन्ती के शुभ अवसर पर शुक्रवार को पूरे प्रदेश में आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति, उप्र के आहवान पर आरक्षण समर्थकों ने उन्हें याद करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया और भाजपा व सपा के आरक्षण विरोधी आपसी गुपचुप गठजोड़ पर खुलकर हल्ला बोला।
‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’
- उसी क्रम में समिति के प्रान्तीय संयोजक मण्डल के तत्वाधान में लखनऊ में भी उनकी जयन्ती धूमधाम से मनायी गयी और आरक्षण समर्थकों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया।
- जिसमें समिति संयोजक मण्डल द्वारा संत शिरोमणि रविदास को याद करते हुए सपा व भाजपा के आरक्षण विरोधी गठजोड़ पर हल्ला बोलते हुए आज लखनऊ से विभागवार संयोजकों की दर्जनों टीमें बनाकर पूरे प्रदेश में रवाना की गयी,
- जो चुनाव सम्पन्न होने तक आरक्षण समर्थकों को जागरूक कर आरक्षण विरोधी सरकारों को रिवर्ट कराकर प्रदेश में आरक्षण समर्थक सरकार बनवाने में अपना योगदान देंगे।
- सपा व भाजपा को संत शिरोमणि रविदास जी के उपदेश ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ से प्रेरणा लेकर पहले आरक्षण पर अपना मन साफ करना चाहिए उसके बाद ही दलित समाज की बात करनी चाहिए।
वोट की ताकत से करेंगे हिसाब बराबर
- केन्द्र की मोदी सरकार को प्रेरणा लेकर आरक्षण पर अपना मन साफ करके लगभग ढ़ाई साल से लम्बित पदोन्नति में आरक्षण 117वां बिल अविलम्ब पास कराना चाहिए। जिस प्रकार से भाजपा के शीर्ष नेताओं के इशारे पर आरएसएस के लोग आरक्षण पर कुठाराघात कर रहे हैं, उससे यह सिद्ध हो गया है कि भाजपा व आरएसएस को पहले अपना मन साफ करना चाहिए। उसी के नक्शे कदम पर चलते हुए प्रदेश की सपा सरकार ने हमेशा से ही पदोन्नति में आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेश के लाखों दलित कार्मिकों का उत्पीड़न कराया। उससे यह सिद्ध हो गया है कि सपा व भाजपा ने आरक्षण पर आपसी गठजोड़ कर प्रदेश के दलित समाज को मुख्य धारा से हटाकर निचली धारा में भेजने का काम किया है। कल से शुरू हो रही वोटिंग में 8 लाख आरक्षण समर्थक कार्मिक व 2 लाख शिक्षक व उनके नाते रिश्तेदार वोट की ताकत से अपना हिसाब बराबर करेंगे।
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