समाजवादी पार्टी के लिए गुन्नौर सीट का खास महत्व रहा है. पूर्व सपा प्रमुख और यूपी के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव इस सीट से रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल कर चुके हैं. ऐसे में इस सीट पर सपा अपनी पकड़ ढीली नहीं करना चाहती है लेकिन हालात इस चुनाव में कुछ खास बेहतर दिखाई नहीं दे रहे हैं.
सपा को मिल रही है बीजेपी-बसपा से कड़ी टक्कर:
- गुन्नौर सीट यादव बहुल सीट होने के कारण भी चर्चा में रही है.
- मुकाबला अबकी बार सपा प्रत्याशी के लिए आसान नहीं दिखाई दे रहा है.
- सपा के प्रत्याशी को एड़ी-चोटी का जोर लगाना पड़ रहा है.
- साथ ही मुलायम सिंह यादव का नाम सीधे तौर पर जुड़े होने के कारण ये सीट सपा के लिए प्रतिष्ठा का विषय बन गई है.
- ऐसे में यहाँ रोचक मुकाबले की उम्मीद बन गई है.
- सपा ने रामखिलाड़ी सिंह यादव पर दांव लगाया है जिनको बीजेपी के अजित कुमार राजू से कड़ी टक्कर मिल रही है.
दबंग छवि बनी रामखिलाड़ी के लिए चुनौती:
- दबंग छवि को लेकर रामखिलाड़ी सिंह यादव को वोटरों की नाराजगी झेलनी पड़ सकती है.
- वहीँ अवैध खनन को लेकर लोगों में रोष है.
- हालाँकि सांसद धर्मेंद्र यादव सपा प्रत्याशी के समर्थन में ताबड़तोड़ सभाएं कर रहे हैं.
- समाजवादी पार्टी इस सीट को बचाने के लिए जुटी हुई है.
- वहीँ बीजेपी और बसपा भी इस किले में सेंध लगाकर सपा को झटका देने की पूरी कोशिश में हैं.
- राजू 2002 के विधानसभा चुनाव में इसी सीट से जीते थे।
मुलायम सिंह यादव के इस सीट से चुनाव लड़ने के बाद से ही यहाँ सपा का वर्चस्व बढ़ गया था लेकिन अब ये किला सपा के लिए चुनौती बनता दिखाई दे रहा है. राम खिलाड़ी यादव के अलावा बीजेपी से अजित कुमार यादव राजू और बीएसपी ने मोहम्मद इस्लाम खान को टिकट दिया है. यहाँ दलित और मुस्लिम वोटरों पर भी सभी की नजरें जमी हुई है.
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें