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एक तरफ केंद्र और प्रदेश सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए तमाम योजनाएं चला रही है। वहीं उत्तर प्रदेश मेरठ जिले में एक विद्यालय ऐसा भी जहां शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है है। यहां पढ़ाई के बदले बच्चों से झाड़ू लगवाने का मामला प्रकाश में आया है।

अगले पेज पर देखिये वीडियो के साथ पूरी खबर:

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सत्ता के नशे में चूर प्रधानाध्यापक

https://youtu.be/4OBf88Uwb0c

  • जानकारी के अनुसार, मेरठ के हस्तिनापुर विधानसभा के नगर डी-ब्लॉक स्थित पूर्व माध्यमिक आदर्श विद्यालय में स्कूल प्रधान अध्यापिका रीता यादव तैनात है।
  • लोगों का आरोप है कि सरकार से अच्छी तनख्वाह मिलने के बाद भी अध्यापक बच्चों को नहीं पढ़ाती।
  • आरोप है कि इस स्कूल में पढ़ने के बच्चों को पढ़ाई के नाम पर कुछ नहीं आता है।
  • वहीं दूसरी ओर स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे ही सफाई इत्यादि करने के लिए मजबूर किये जाते हैं।
  • बच्चों का आरोप है कि यदि वह सफाई करने के लिए मना करते हैं तो उनको स्कूल से निकालने की धमकी दी जाती है।
  • बच्चों से सफाई करने की सूचना मिलते ही uttarpradesh.org के संवाददाता सादिक खान ने मौके पर जाकर पड़ताल की तो मामला सही निकला।
  • संवाददाता ने बच्चों से सफाई की करतूत जब कैमरे में कैद कर ली तो इसके बाद स्कूल की प्रधानाचार्या के हाथ-पांव फूल गए।

प्रधानचार्या बोलीं ऊपर तक जुगाड़ है मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा

  • करतूत कैमरे में कैद होते ही उन्होंने फौरन बच्चों से झाड़ू फिकवा दी।
  • लेकिन जब टीचर से इस बारे में सवाल पूछा गया तो उनका कहना था कि जितनी मर्जी करे उतना कैमरे घुमवा लो मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा।
  • मेरा सत्तारूढ़ पार्टी में ऊपर तक जुगाड़ है।
  • आखिर सत्ता के नशे में चूर इस सरकारी कर्मचारी को मुफ्त की तनख्वाह देना कितना जायज है यह सवाल अभिभावकों की जुबान पर है।
  • स्कूल में अभिलेखों में 51 बच्चे हैं।
  • बच्चों से झाड़ू लगवाने के मामले में कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।

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