भारतवर्ष में पौराणिक काल से ही गुरु की तुलना भगवान् से की जाती रही है .क्यों की उन्ही का मार्गदर्शन पाकर छात्र न केवल अपना बल्कि देश का भी भविष्य बनाने और बदल ने की काबिलियत हासिल करता है. लेकिन आज के इस कलयुगी दौर में एक प्रधानाचार्या की घोर लापरवाही के चलते 38 छात्र छात्राओं का भविष्य अधर में लटक गया है.
38 छात्र छात्राओं का खराब हो गया एक वर्ष-
- कल से यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं कि परीक्षाएं शुरू हो जाएँगी.
- ऐसे में यूपी के हापुड़ जनपद के धौलाना तहसील क्षेत्र के गांव समाना में कॉलेज के प्रधानाचार्या की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है.
- बता दें कि बीआर इंटर कालेज की इस प्रधानाचार्या की घोर लापरवाही के कारण प्रवेश पत्र नहीं मिलने से 38 छात्र छात्राओं का एक वर्ष खराब हो गया है.
- जिससे क्षुब्ध होकर भारतीय किसान यूनियन के नेतृत्व में पीडि़त स्टूडेंट्स व परिजनों ने कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन करते हुए प्रवेश पत्र दिलाने की मांग की.
- जिससे बच्चों को एक वर्ष खराब होने से बचाया जा सके.
- मौके पर पहुंचे एसडीएम नेे पुष्पराज सिंह ने धरने पर बैठे भाकियू पदाधिकारियों व छात्र-छात्राओं से मामले की जानकारी प्राप्त की.
- तो उन्हें बताया कि प्रधानाचार्य अंजू सिंह ने उनके फार्म बोर्ड की वेबसाइड पर लोड नहीं होने के कारण प्रवेश पत्र नहीं आये है.
- उन्होंने कहा कि अगर उनकी बोर्ड परीक्षा नहीं हुई तो,वह कालेज में किसी की परीक्षा नहीं होने देंगे.
प्रिसिंपल को निलंबित कर दर्ज कराइ गई एफआईआर-
- धौलाना क्षेत्र के गांव समाना में संचालित बीआर इंटर कालेज में प्रधानाचार्या की घोर लापरवाही के कारण हाईस्कूल के 32 व इंटरमीडिएट के 6 छात्र छात्राओं के प्रवेश पत्र नहीं मिल सके है.
- जिला विद्यालय निरीक्षक बीके शर्मा ने बताया कि मामला गंभीर है.
- उन्होंने कहा कि लापरवाही बरतने पर कालेज प्रधानाचार्य को निलंबित कर दिया गया है.
- इसके अलावा उसके खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई है.
- उन्होंने ये भी बताया कि बच्चों को भविष्य खराब नहीं हो इसके लिए बोर्ड अधिकारियों व शासन स्तर पर जिलाधिकारी द्वारा वार्ता की जा रही है.
- लेकिन इस वार्ता का उत्तर अगर समय पर नहीं मिला तो बच्चों को एक वर्ष खराब हो जायेगा.
- यानी गलती किसी की भी हो खामियाजा केवल इन बच्चों को ही भुगतना पड़ेगा.
स्टूडेंट्स के फार्म लोड नहीं होने के सम्बंध में विभाग की जानकारी दी थी:अंजू
- वहीँ इस सम्बन्ध में प्रधानाचार्या अंजू सिंह की माने तो उन्होंने छात्र-छात्राओं के फार्म वेबसाइड पर लोड नहीं होने के सम्बंध में बोर्ड व मुख्य सचिव को भी गत दिसंबर माह में अवगत करा दिया गया था।
- यही नही अंजू सिंह का ये भी कहना है की उनके द्वारा इसके बाद रिमाइंडर भी भेजे गये थे.
- लेकिन इसके बावजूद इस ओर कोई कार्यवाही नहीं की गई.
- जिसकी जानकारी मिलने पर हापुड़ न्यायालय में वाद दायर किया.
- जो कोर्ट में विचाराधीन चल रहा है.
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