देश में गत वर्ष लागू की गयी नोटबंदी के बाद से ही सरकार लगातार प्रयास कर रही है कि देश की अर्थव्यवस्था को नकद रहित बनाया जा सके. जिसके लिए सरकार व भारतीय रिज़र्व बैंक लागातार नयी योजनाओं से जनता को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. इसी क्रम में बीते समय में बैंकों से नकद लेनदेन करने पर कर वसूल किये जाने की बात कही गयी थी. जिसपर फिलहाल के लिए विराम लगा दिया गया है.

केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने दी जानकारी :

  • बीते समय में बैंकों द्वारा नकदीरहित प्रक्रिया को बढ़ावा देने के लिए एक निर्णय लिया गया था.
  • जिसके तहत यदि बैंकों से चार बार से ज्यादा नकद में लेन-देन किया गया तो जनता से बैंकिंग ट्रांजैक्शन टैक्स वसूला जाएगा.
  • इसके अलावा दोनों सरकार व भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा भी कई तरह की योजनायें शुरू की गयी है.
  • जिनसे जनता को जोड़ कर नकद रहित लेन-देन को बढ़ावा दिया जा रहा है.
  • जिसके बाद अब एक और खबर आ रही है कि फ़िलहाल बैंकों द्वारा इस तरह का कोई कर नहीं वसूला जाएगा.
  • आपको बता दें कि इस बात की जानकारी केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री संतोष गंगवार ने लोकसभा में किये गए सवालों के जवाब में दी है.
  • इसके साथ ही उन्होंने बताया है कि सरकार का फिलहाल बैंकिंग ट्रांजैक्शन टैक्स लिए जाने का कोई विचार नहीं है.
  • गौरतलब है कि 50000 से ऊपर की नकद लेन-देन पर बैंकिंग ट्रांजैक्शन टैक्स लगाने की सिफारिश मुख्यमंत्रियों की एक समिति द्वारा की गयी थी.
  • आपको बता दें कि इस समिति द्वारा एक रिपोर्ट के ज़रिये यह सुझाव पीएम मोदी तक पहुँचाया था.

2000 के नए नोट नहीं होंगे वापस :

  • संतोष गंगवार द्वारा कई और कयासों पर विराम लगा दिया गया है.
  • जिसके तहत बीते समय से 2000 के नए नोटों को वापस लिए जाने की बात कही जा रही थी.
  • जिसपर अब विराम लगाते हुए राज्यमंत्री संतोष द्वारा साफ कर दिया गया है कि स्वरकार 2000 के पुराने नोट वापस नहीं लेगी.
  • इसके साथ ही कहा है कि 2000 के नए नोट भारत की अर्थव्यवस्था में बाकी के नोटों की ही तरह चलेंगे.
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