नई दिल्ली: ऑगस्टा वेस्टलैंड डील में उस वक्त नया मोड़ आया जब एक बिचौलिये मिशेल ने कहा कि वो सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह से कभी नही मिला। एक न्यूज़ चैनल को दिये गये इंटरव्यू में मिशेल ने अपनी बात कही।
डील में उनका नाम आने के बाद पहली बार मिशेल मीडिया के सामने आये और उन्होंने अपना पक्ष रखा। मिशेल ने कहा कि उन्होंने डील में कुछ भी गैर-क़ानूनी नहीं काम नहीं किया, हालांकि डील में घूस की आशंका भी उन्होंने व्यक्त की।
मिशेल ने सोनिया गांधी से मिलने की बात पर जवाब देते हुए कहा कि वो कभी भी सोनिया गांधी से नहीं मिले और ना ही मनमोहन सिंह से। लेकिन उन्होंने एस पी त्यागी से जिमखाना क्लब में हुई मुलाकात के बारे में जरुर हामी भरी।
2007 से लेकर सबकुछ मालूम होने की बात स्वीकार करते हुए मिशेल ने कहा कि डील हासिल करने के लिए क्या किया गया ये मुझे पता नहीं है। लेकिन मुझे आशंका है कि हश्के, गेरोसा ने कुछ तो गड़बड़ की है।
मिशेल ने बताया कि करीब 6.25 मिलियन डील के लिये दिये गये थे, जिससे डिलीवरी, ट्रांसपोर्ट और मीडिया को मैनेज किया जा सके। आगे बताते हुए उन्होंने कहा कि टेंडर पास होने के बाद उन्होंने कंपनी ज्वाइन की।