मणिपुर में नागाओं ने तीन महीने से अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी कर रखी थी. आज आधी रात से तत्कालीन प्रभाव में ये आरती नाकेबंदी खत्म कर दी जायेगी. मणिपुर में रहने वाली आम जनता के लिए राहत वाली खबर हैं.
आर्थिक नाकेबंदी से राज्य में पड़ा असर
- लगभग तीन महीने से जारी इस आर्थिक नाकेबंदी ने राज्य के माहौल को बिगाड़ दिया.
- राष्ट्रीय राजमार्गों पर लगाए गए चार महीने से आर्थिक नाकेबंदी पर
- रविवार को संयुक्त नागा परिषद (यूएनसी) के साथ नवनिर्वाचित भाजपा सरकार ने बात की.
- मणिपुर के मुख्यमंत्री ने प्रेस वार्ता कर इस शान्ति वार्ता के बारे में जानकारी दी थी.
19 मार्च को यूएनसी से वार्ता की बात
- एक प्रेस वार्ता कर सरकारी अधिवक्ता बिश्वजीत ने आज होने वाली.
- यूएनसी से वार्ता के बारे में जानकारी दी थी.
- उन्होंने कहा था प्रदर्शनकारियों से बात कर सकारत्मक नतीजे निकालने की बात होगी.
- वार्ता कितने बजे और कहाँ होगी इस बारे में कोई जानकारी प्राप्त नहीं हुई.
- राज्य के दो राष्ट्रीय हाईवे पर जारी आर्थिक नाकेबंदी से राज्य को
- आर्थिक रूप से काफी नुक्सान हुआ है.
- साल 2016 नवम्बर में ये आर्थिक नाकेबंदी लागू की गयी थी.
- सरकार भी अपने रुख पर कायम रही.
- हड़ताल के विरोध में दो नहीं सात नए जिले बनाने की घोषणा हुई.
- मामला ये है की नए जिले बनाने के लिए नगाओं की बहुत सारी ज़मीन हडप ली जाएगी.
- अन्य वर्गों ने सरकार के इस फैसले का किया समर्थन.
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