नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने की गई चीफ जस्टिस टी.एस. ठाकुर की भावुक अपील आख़िरकार रंग लायी। सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम की तरफ से सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति के लिए सरकार को भेजे गए 4 नामों पर मुहर लग गई है और ये जज 13 मई को शपथ लेंगे।
सुप्रीम कोर्ट में 31 पदों में से सिर्फ 25 पर जज हैं। इन चार जजों की नियुक्ति के बाद भी 2 पद अभी भी खाली रहेंगे।चीफ जस्टिस ने लंबित मामलों की संख्या के लिए कम जजों की संख्या को एक बड़ी वजह बताया था. साथ ही सरकार पर भी टिप्पणी करते हुए कहा था कि सरकार जजों की नियुक्ति के लिए कोलेजियम के भेजे नामों पर जल्द फैसले नहीं करती। अपनी अपील के दौरान चीफ जस्टिस ठाकुर भावुक हो गए थे और उन्होंने लंबित मामलों के लिए पैनल में जजों की कमी को मुख्य कारण बताया था।
शपथ लेने वाले 4 जज:
1.मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश जस्टिस एम. खान्वेलकर
2.इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड
3.केरल हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस अशोक भान
4.वरिष्ठ वकील एल. नागेश्वर राव
बता दें कि जजों की नियुक्ति के लिए बनाए गए नए कानून एनजेएसी को सुप्रीम कोर्ट ने असंवैधानिक करार दे दिया था।कोर्ट ने हालांकि ये भी माना था कि कोलेजियम सिस्टम में कुछ खामियां हैं जिन्हें दुरुस्त किया जा सकता है।