सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभी-अभी ट्रॉमा सेंटर पहुंचे, जहाँ उन्होंने असिड अटैक पीडिता का हाल जाना. डॉक्टरों से पीड़िता के स्वास्थ्य में सुधार सम्बन्धी जानकारी ली. इसके पहले सीएम ने ADG को भी इस असिड अटैक मामले में तलब किया था और पूरी जानकारी ली थी. इसके अतिरिक्त सीएम योगी ने पीड़िता को एक लाख रूपये की आर्थिक मदद की घोषणा भी की.
ट्रॉमा सेंटर में चल रहा है पीड़िता का ईलाज:
बता दें कि चारबाग रेलवे स्टेशन पर एक महिला गंभीर हालत में लड़खड़ाते हुए गुरुवार को मिली थी। उसे दबंगों ने चलती ट्रेन में तेजाब पिला दिया था और जान लेने की धमकी देकर फरार हो गये। कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया, महिला किसी तरह से चारबाग स्टेशन पंहुची और बेसुध हालत में जब वह जीआरपी थाने की तरफ जा रही थी। तभी रास्तें एक महिला दरोगा की नजर उस पर पड़ी तो वह थाने में जानकारी देने के बाद सीधे उसे लेकर ट्रॉमा सेंटर पंहुची जहां पर उसका उपचार शुरू हुआ। पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस मामले की जानकारी मीडिया के जरिये सीएम आदित्यनाथ योगी को हुई। उन्होंने फौरन एडीजे जीआरपी को तलब किया है।
पहले भी हो चुका एसिड अटैक:
इस संबंध में पॉवर विंग संस्था की अध्यक्ष सुमन रावत ने बताया कि अपनी आवाज गवां चुकी उक्त महिला पर पहले भी दो बार एसिड अटैक हो चुका है। अभी कुछ समय पूर्व उसे अपने गोमती नगर स्थित आफिस में एक धमकी भरा पत्र मिला था। इसकी जानकारी उसने डीएम व एसएसपी को देने के साथ ही गोमती नगर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था। इसके बाद एसएसपी ने उसे सुरक्षा दिलाने का भी वादा किया था। लेकिन उन्होंने चुनाव के चलते इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। उसी खामियाजा महिला पर फिर से जान लेवा हमला हो गया। ट्रॉमा में दूसरे तल में कक्ष संख्या-ई में भर्ती महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
यह है पूरा मामला:
सुमन ने बताया कि पहले भी एसिड अटैक का शिकार हो चुकी कंचन (काल्पनिक नाम) गुरुवार सुबह मोहनलालगंज से गंगा गोमती ट्रेन से लखनऊ आ रही थी। तभी रास्ते में दो अज्ञात बदमाश ट्रेन मेंचढ़े और कंचन के पास गये। उसे पकड़ कर पहले पीटा और बाद में एक ने उसे पकड़ लिया दूसरे ने उसे जबरन एसिड पिला दिया। यह सब ट्रेन में देख रहे लोगों ने उसकी कोई सहायता नहीं की और जब ट्रेन चारबाग स्टेशन पंहुची तो वह उतर कर जीआरपी थाने की तरफ भागी। लेकिन वह अर्धमूर्छित अवस्था में थी। तभी एक महिला दरोगा की नजर उस पर पड़ गयी और उसने इसकी जानकारी थाने में देने के साथ ही तुरन्त 108 एंबुलेंस को दी और फिर सीघे उसे ले जाकर ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया।