कहते हैं कि जल ही जीवन है लेकिन समुद्री इलाके के आस-पास रहने वाले लोगों का जीवन यापन खारे जल के कारण कितना कठिन होता है, ये इन लोगों से पूछिए जो इन जगहों पर निवास करते हैं। कुछ लोग मीठे पानी के लिए बहुत दूर-दूर तक पैदल व सार्वजनिक अथवा निजी साधन से जाते हैं और जो जाने में समर्थ नहीं हैं वो इसी खारे पानी को पीने के लिए विवश रहते हैं। ऐसे में खारे पानी को लेकर एक खबर आ रही है कि जल्द ही ग्रैफीन (graphene) के जरिए खारे पानी को पीने योग्य बनाया जा सकेगा।
शोधकर्ताओं ने ढूंढ़ा तरीका:
- खारे पानी को लेकर ब्रिटेन के शोधकर्ताओं ने एक शोध किया है।
- शोधकर्ताओं की एक टीम ने ‘ग्रेफीन ऑक्साइड’ नाम की एक छलनी तैयार की है।
- ज्ञात हो कि ग्रेफेन ग्रेफाइट एक पतली पट्टी जैसा तत्व है।
- यह ग्राफीन ऑक्साइड युक्त छलनी समुद्र के पानी से नमक अलग करने में बहुत प्रभावी है।
- इस छलनी से समुद्र के खारे पानी से नमक को अलग करके इसे पीने योग्य बनाया जा सकेगा।
- गौरतलब है कि इस छलनी को बड़े पैमाने पर तैयार किया जा रहा है।
- लेकिन ऐसा करना थोड़ा मुश्किल काम भी है।
- पानी से नमक अलग करने के मौजूदा तरीकों की तुलना में नई तकनीक का उपयोग अधिक सुविधाजनक माना जा रहा है।
झिल्ली या पतले परत की तरह उपयोग कर सकते हैं:
- यूनिवर्सिटी अॉफ मैनचेस्टर के डॉ. राहुल नायर ने कहा कि अभी तक एकल परत वाले ग्रेफीन
का उत्पादन करना बहुत महंगा पड़ता था। - उन्होंने कहा कि लेकिन अब ग्रेफीन ऑक्साइड लैब प्रक्रिया Explorer के माध्यम से आसानी तैयार किया जा सकता है।
- आगे कहा ‘हम इसे स्याही या अन्य घोल की तरह किसी छानने वाले मटीरियल पर लगा सकते हैं।
- साथ ही कहा कि हम इसे किसी झिल्ली या पतले परत की तरह उपयोग कर सकते हैं।
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