अटारी बॉर्डर पर सबसे ऊंचे तिरंगे को छोटा किया जाएगा। इसकी वजह भारत का कई दुश्मन या पड़ोसी देश नहीं है बल्कि हवा है। बता दें कि यहां तिरंगा हवा के कारण कई बार फट चुका है जिसकी वजह से इसे छोटा करने का फैसला किया गया है।

तीन बार फट चुका है तिरंगा-

  • अटारी बॉर्डर पर 355 फीट की ऊचांई पर लगा यह तिरंगा लाहौर से भी दिखाई देता है।
  • यह तिरंगा 120 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा है।
  • इस झंडे के पोल का वजन 55 टन है।
  • इसके निर्माण में 3.5 करोड़ का खर्च आया है।
  • यहां लगे झंडे को अमृतसर सुधार ट्रस्ट 72 फीट से 48 फीट करना चाहती है।
  • बता दें कि तिरंगे को स्थापित किए हुए एक महीने से भी कम समय हुआ है।
  • इस दौरान इसे तीन बार बदला जा चुका है।
  • लेकिन तेज हवा के कारण यह झंडा बार-बार फट जाता है।
  • पहले जो तिरंगा लगा था उसका वनज 100 किलो से ज्यादा था।
  • इसके साथ ही उसकी कीमत एक लाख रुपये से भी अधिक थी।
  • इस तिरंगे को तत्कालीन निकाय मंत्री अनिल जोशी ने बीते 5 मार्च को फहराया था।

यह भी पढ़ें: 8 अप्रैल : जानें इतिहास के पन्नों में आज का दिन क्यों है ख़ास!

यह भी पढ़ें: महिलाओं से छेड़छाड़ की घटनाओं के लिए फिल्में ज़िम्मेदार: मेनका गांधी

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें