भारत का इतिहास हमेशा से ही अपने-आप में एक मिसाल के तौर पर उभरा है. यहाँ पर होने वाली सभी गतिविधियाँ हमेशा से ही अपने साथ इन दिनों की महत्ता लेकर आते हैं. इस देश का इतिहास अपने-आप में एक मिसाल है और हमेशा ही रहेगा. इस देश का हर एक दिन इतना ख़ास रहा है कि यह इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है.
सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर का आज हुआ था जन्म :
- सिख समुदाय के वैसे तो दस गुरु हैं, परंतु इन दासों गुरुओं के सिखों को जीवन जीने के अलग ही मायने दिए हैं.
- जिसके तहत सिखों के नवें गुरु तेग बहादुर सिखों के पहले गुरु नानक देव के पदचिन्हों पर चले थे.
- यही नहीं उनके द्वारा लिखी गए 115 पाद्य गुरु ग्रन्थ साहिब में समिल्लित हैं.
- बता दें कि आज ही के दिन सन 1621 में उनका जन्म हुआ था.
- जिसके बाद उन्होंने अपने जीवन को एक अलग मोड़ देते हुए कश्मीरी पंडितों तथा हिन्दुओं को धर्म परिवर्तन करने से रोका था.
- जिसके बाद इनका भारत के इतिहास में एक अहम योगदान रहा है.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1801 में आज ही के दिन महाराजा रंजीत सिंह द्वारा खुद को पंजाब का महाराजा घोषित किया गया था.
- 1978 में आज ही के दिन इंदिरा गाँधी के नेतृत्व में चल रही कांग्रेस पार्टी ने कई राज्यों में जीत हांसिल की थी.
- साथ ही आज ही के दिन वह एक मज़बूत विपक्ष के तौर पर उभर कर आने वाली एक पार्टी बनी थी.
- 1978 में आज ही के दिन महाराष्ट्र के विक्टोरिया टर्मिनस(CST) से पुणे तक के लिए देश की पहली डबल डेकर ट्रेन चलाई गयी थी.
- बता दें कि इस ट्रेन का नाम जनता एक्सप्रेस रखा गया था जो अब बदलकर सिंघगढ़ एक्सप्रेस हो गया है.
- बता दें कि यह नाम छत्रपति शिवाजी के किले के नाम पर रखा गया है.
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