राजधानी के महानगर थाना क्षेत्र में केजीएमयू के रिटायर प्रोफेसर डॉ. रविदेव की क्लीनिक में लूटपाट करने के मामले में पुलिस ने क्राइम ब्रांच के साथ मिलकर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लूट का खुलासा करने का दावा किया है। पुलिस का दावा है कि पकड़े गए आरोपियों के पास से लूटी गयी नगदी व तिजोरी भी बरामद हुई है। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों से मिले सुराग के आधार पर की है।
इनकी हुई गिरफ्तारी
- एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि डॉ. रविदेव के क्लीनिक में लूट की वारदात को अंजाम देने वाला व घटना का मास्टमांड उनका ही निजी ड्राइवर विनोद यादव पुत्र नन्कु यादव है।
- मूलरूप से थाना अतरौली जिला हरदोई निवासी विनोद के राजधानी में दो मकान हैं।
- एक त्रिवेणी नगर अलीगंज व दूसरा कृष्णा कॉलोनी अलीगंज में है।
- विनोद लम्बे समय से डॉ. की कार चलाता था।
- जिसने अपने साथी मोनू चौहान पुत्र रमेश चौहान निवासी नन्दलाल का हाता थाना हसनगंज व दलगंजन पुत्र मन्नी सिंह निवासी हसनगंज के साथ मिलकर ही लूट की साजिश रची थी और तीनों ने मिलकर ही इस वारदात को अंजाम दिया था।
- जिनके सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
- आरोपियों के पास से लूटी हुई तिजोरी विनोद के कृष्णालोक कॉलोनी वाले घर में ही बरामद हुई।
यह था पूरा घटनाक्रम
- एएसपी ट्रांसगोमती दुर्गेश कुमार ने बताया कि पुलिस गिरफ्त में आये तीनों आरोपियों पुलिस को बताया कि उन्होंने इस तिजोरी कुछ भी पैसा नहीं निकाला है।
- वहीं पुलिस ने घटना में प्रयुक्त गाड़ी भी बरामद की है।
- बता दें कि महानगर के सेक्टर-सी निवासी डॉ. रविदेव का सी-780 में क्लीनिक है।
- बीते 06 अप्रैल की रात 10 बजे अज्ञात बदमाशों ने उनके क्लीनिक के चौकीदार रामवृक्ष को बंधक बनाकर करीब पांच लाख रुपये लूट लिये थे।
- इस घटना के बाद से क्राइम ब्रांच और महानगर थाने की टीम लगाई गयी थी।
- पुलिस को कुछ फुटेज मिल गये थे जिसमें एक बदमाश का चेहरा साफ दिखाई दे रहा था।
- इसके बाद हुई पड़ताल में पुलिस को काफी सुराग मिले।
- इस आधार पर ही पुलिस ने उपरोक्त तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
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