मिलते-जुलते नाम का खामियाजा स्नैपडील भुगत रहा है। बता दें कि हाल ही में भारत के संबंध में स्नैपचैट के सीईओ ने विवादित बयान देते हुए अपने ऐप को अमीर लोगों के लिए बताया और भारत को गरीब देश करार दिया था। उनके बयान का खमियाजा स्नैपडील को भी भुगतना पड़ा रहा है। गौरतलब है कि पॉपुलर ऐप स्नैपचैट की रेटिंग फाइव स्टार से धड़ाम होकर वन स्टार पे आ गिरी है।
स्नैपडील की छवि को पहुंच रहा नुकसान :
- दरअसल कुछ लोग स्नैपचैट को ही स्नैपडील ऐप समझ बैठे हैं।
- इसी का खामियाजा स्नैपडील को भुगतना पड़ रहा है।
- ये मामला दरअसल उस वक्त शुरु हुआ जब यूएस बेस्ड न्यूज वेबसाइट वैराइटी ने भारत को लेकर एक बयान दिया।
- कंपनी ने 15 अप्रैल को स्नैपचैट के पुराने कर्मचारी के हवाले से बड़ी बात कही थी।
- कहा कि स्नैपचैट के सीईओ इवान स्पीगल ने 2015 में ये बयान दिया था कि उनका ऐप केवल अमीर लोगों के लिए है।
- आगे कहा कि और वो इसका विस्तार भारत और स्पेन जैसे गरीब देशों में नहीं करना चाहते।
- यह बात मीडिया में आने के बाद से लोगों का गुस्सा सोशल मीडिया पर दिखने लगा।
- लोगों ने स्नैपचैट की काफी आलोचनाएं करते हुए कई पोस्ट करने शुरु कर दिए।
- इसी दौरान कुछ लोग उलझन में स्नैपचैट और स्नैपडील को एक ही समझ बैठे।
- और उस पर कई आलोचनात्मक प्रतिक्रिया दे डालीं।
- इससे स्नैपडील की छवि को नुकसान पहुंच रहा है, जबकि स्नैपडील एक भारतीय कंपनी है।
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