उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के लोहिया अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के मामले को लेकर आज स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने प्रेस वार्ता की.
मामले की निष्पक्ष जांच के लिए DG हेल्थ को सौंपी थीं ज़िम्मेदारी-
#लखनऊ– लोहिया अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के मामले को लेकर स्वास्थ्य मंत्री @sidharthnsingh ने की प्रेस वार्ता! pic.twitter.com/m0d44iToc5
— UttarPradesh.ORG News (@WeUttarPradesh) April 26, 2017
- स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने आज लोहिया अस्पताल में गर्भवती महिला की मौत के मामले को लेकर प्रेस वार्ता की.
- ये प्रेसवार्ता में स्वास्थ्य मंत्री ने बताया की इस मामले में अस्पताल की तरफ सभी जांच चल रही थी.
- लेकिन मामले की निष्पक्ष जांच हो इस दिशा में देखते हुए मैंने DG हेल्थ के अधीन ये जांच रखी थी.
- उन्होंने बताया की इसके पीछे प्रयास ये था की 24 घंटे में इस मामले में जांच पूरी हो जाये.
- इसी के चलते DG हेल्थ को 24 घटे में जांच कर रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था.
- जिसके बाद उन्होंने देर रात 24 अप्रैल को जांच मुझे पूरी रिपोर्ट भेजी थी.
- लेकिन एक सरकारी प्रक्रिया के चलते ये फाईल मंत्रालय के द्वारा मुझ तक आनी थी.
- जिसके चलते ये फाईल 25 अप्रैल को शाम 4 बजे मेरे पास आई.
- जिसके बाद मैंने मुख्यमंत्री का अनुमोदन लेने के लिए ये उनके पास फाईल भेजी.
- आज ये फ़ाइल क्लियर हो कर आई है.
- जिसके बाद दोषी पाए गए डॉक्टर शालू महेश और डॉक्टर शुभ्र सिंह को निलंबित किया जाता है.
- साथ ही साथ दो नर्स अरुणमा श्रीवास्तव और रेनू वर्णवाल को भी निलंबित किया जाता है.
लखनऊ: डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 20 से 25 डॉक्टर्स की टीम बैठाने की कोशिश कर रहे हैं-@sidharthnsingh pic.twitter.com/yutzPhJTeN
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- उन्होंने ये भी कहा डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में 20 से 25 डॉक्टर्स की टीम बैठाने की कोशिश भी कर रहे हैं.
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