इस कॉलेज के हीरे हैं पूर्व छात्र
मौलाना यासूब अब्बास ने कहा कि सम्मानित होने वाले छात्र इस कॉलेज के नायाब हीरे हैं। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को देखकर दिल प्रफुल्लित हैं। यही इच्छा खतीबे अकबर मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर साहब की भी थी। वह प्रख्यात शिया धर्मगुरू के साथ एक अच्छे शिक्षक भी रहे। अगर वह इस मौके पर होते हैं तो बहुत खुश होते हैं। कॉलेज प्रशासन उनकी उम्मीदों के अनुरूप विद्यार्थियों को उन्नत शैक्षिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है।
इस दौरान धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि यह रास्ता मुश्किलों भरा है, लेकिन इस रास्ते पर देश, दुनिया और समाज की तरक्की के लिए काम करने के अवसर भी बहुत हैं। इस रास्ते से व्यक्ति अपनी एक अलग पहचान बनाता है और सामाजिक प्रतिष्ठा भी अर्जित करता है। वहीं आमिर हक ने कहा कि पत्रकारिता तो निष्पक्षता की आवाज है। बिना इसके कोई पत्रकार नहीं बन सकता। पत्रकारिता में भेदभाव का कोई स्थान नहीं होना चाहिये। यह आम आदमी के हक की आवाज है और इसे बुलन्द करना ही एक अच्छे पत्रकार का दायित्व है।
प्राचार्य डॉ. एम.एस. नकवी ने बताया कि पत्रकारिता विभाग बहुत कम समय में तरक्की की जो मिसाल कायम की है, वह तारीफ के काबिल हैं। वह इसके उन्नयन के लिए हरसंभव प्रयास करते रहेंगे। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत तिलावते कुरान से हुई। इस अवसर पर शोभित मिश्रा, नीरज अम्बुज, आशीष पाण्डेय, सत्येन्द्र मेहरोत्रा, कुलदीप सिंह, प्रतीक भारद्वाज, सौरभ शर्मा, प्रवीन राय, बृजेन्द्र त्रिपाठी, सुनील मिश्रा, हुज्जत रजा, मो. जिजाह को खतीबे अकबर अवार्ड और शील्ड देकर सम्मानित किया गया। इसके अलावा 45 अन्य पूर्व छात्रों को भी स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
विभाग कोआर्डिनेटर डॉ. प्रदीप शर्मा ने बताया कि खतीबे अकबर अवार्ड प्रख्यात शिया धर्मगुरू मौलाना मिर्जा मोहम्मद अतहर साहब की याद में पिछले वर्ष शुरू किया गया था। यह हर वर्ष पत्रकारिता के क्षेत्र में अहम मुकाम हासिल करने वाले छात्रों को दिया जाता है।
सत्र के समापन के बाद विभाग कोआर्डिनेटर डॉ. प्रदीप शर्मा की अध्यक्षता में गेट-टू-गेदर कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें पूर्व छात्रों ने अपने-अपने अनुभवों को साझा किये। इस अवसर पर विभाग के प्रवक्ता आनन्द शर्मा, डॉ. विजय प्रकाश उपाध्याय, डॉ. तरूण कांत त्रिपाठी, डॉ. योगेन्द्र पाण्डेय, अभिषेक श्रीवास्तव, अजय प्रकाश द्विवेदी, जयशंकर आदि लोग मौजूद रहे।