मुम्बई के सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से किया हुआ अपना वादा निभाते हुए प्रधानमंत्री की महत्वकांक्षी गोल्ड योजना ‘गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम’ के तहत 44 किलाग्राम सोना जमा किया है।
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बताया जा रहा है कि मंदिर के पास कुल 171 किलो सोने का भण्डार हैं, और इससे पहले भी मंदिर ट्रस्ट ने स्टेट बैंक ऑफ इण्डिया में 10 किलोग्राम सोना जमा करा चुका है।
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मंदिर ट्रस्ट से जुड़े सूत्र के अनुसार, ट्रस्ट ने पहले जमा किये गये 10 किलोग्राम सोने को भी ‘गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम’ के तहत लाने का अनुरोध किया है, यदि ऐसा होता है तो बैंक के पास मंदिर का 54 किग्रा सोना होगा।
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ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र पाटिल ने कहा, ‘सोने को पिघलाने का काम सरकारी टकसाल में किया जाएगा।
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उन्होने बताया कि इस सोने पर मंदिर को हर साल 2.25 फीसदी की दर से ब्याज मिलेगा। मंदिर को प्रत्येक महिने 10 लाख रुपये ब्याज के मिलेंगे।
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मंदिर ट्रस्ट के सीईओ संजीव पाटिल ने कहा, ‘ब्याज से मिलने वाली रकम को चैरिटी पर खर्च किया जाएगा। पैसों का इस्तेमाल जरूरतमंद मरीजों और छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए किया जाएगा।
मंदिर ट्रस्ट ने निभाया प्रधानमंत्री से किया वादाः
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सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट ने पिछले वर्ष दिसंबर में घोषणा की थी कि वह दान में मिले सोने को ‘गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम’ में जमा करेगा।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में सोने का भंडार बढ़ाने के उद्देश्य से ‘गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम’ की शुरुआत की थी।
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भारत सोना आयत करने वाले देशों में सबसे आगे है और सोने के आयात को कम करने के उद्देश्य से ही प्रधानमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना की शुरूआत की गई।
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