असम में 15 सालों से प्रदेश की सत्ता पर काबिज काग्रेंस को चारो खाने चित करके भाजपा पहली बार किसी पूर्वोत्तर राज्य में सरकार बनाने जा रही है। असम में भाजपा गठबंधन ने जबर्दस्त जीत हासिल कर अपने मिशन 84 को पार पा लिया है। भाजपा असम की सत्ता पर काबिज होगी और उसकी तरफ से राज्य के पहले मुख्यमंत्री के होंगे सर्वानंद सोनोवाल। सूत्रों के मुताबिक वह मुख्यमंत्री पद की शपथ केन्द्र की भाजपा सरकार के दो साल पूरा होने से पहले ही 24 मई को ले सकते हैं।
सोनोवाल ने छात्र राजनीती से शुरू किया सफरः
- असम के डिब्रूगढ़ जिले में जन्में 54 वर्षीय सर्वानंद सोनोवाल वर्तमान केन्द्र में खेल एवं युवा मंत्री की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।
- छात्र राजनीति को आगे बढ़ाते हुए सोनोवाल वर्ष 1992 से 1999 तक ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू) के अध्यक्ष रहे।
- असम की राजनीति में इस छात्र संगठन का खासा प्रभाव देखने को मिलता है और संगठन ने छह वर्ष तक असम आंदोलन की अगुवाई की।
- आठ फरवरी, 2011 को तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी की मौजूदगी में सोनोवाल भाजपा में शामिल हुए।
- सोनोवाल वर्ष 2001 में पहली बार मोरन विधानसभा सीट से विधायक चुने गये थे इसके बाद 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में वह डिब्रूगढ़ से सांसद चुने गये।
भव्य शपथ ग्रहण समारोहः
- भाजपा सूत्रों के अनुसार, शपथ ग्रहण समारोह बेहद भव्य होगा जिसमें मोदी और पार्टी के सभी मुख्यमंत्रियों सहित शीर्ष नेताओं के भाग लेने की संभावना है।
- संसदीय बोर्ड ने पार्टी में विश्वास जताने के लिए असम के लोगों को धन्यवाद दिया। मोदी और शाह के नेतृत्व की भी प्रशंसा की गई।
- असम के चुनावी नतीजों में भाजपा ने 60 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि उसकी सहयोगी असम गण परिषद ने 14 सीटें जीती हैं, साथ ही बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) को 12 सीटों पर जीत मिली।
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