सूबे में अपराध के बढ़ते स्तर के बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठ रहे हैं. वहीँ जिस मीरा बाई गेस्ट हाउस के समीप आईएएस अनुराग तिवारी की लाश मिली थी वहां की व्यवस्था भी सवालों के घेरे में हैं.
गतिविधियों पर नजर रखने के लिए आवश्यक CCTV कैमरा भी गेस्ट हाउस में नहीं है. हैरान करने वाली बात ये है कि यहाँ आने-जाने वालों का कोई ब्यौरा भी नहीं मौजूद है.
गेस्ट हाउस में आने-जाने वालों का कोई रिकॉर्ड नहीं:
Uttarpradesh.org की टीम ने जब गेस्ट हाउस के व्यवस्थापक आर पी सिंह से इस सम्बन्ध में बात की तब उन्होंने सरकार को प्रस्ताव भेजे जाने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ना चाहा.
- आर पी सिंह ने कहा कि इस घटना के 2 दिन पूर्व ही CCTV की जरुरत को सरकार के सामने रखा गया था लेकिन अभी इसपर कोई फैसला नहीं आया है.
- जबकि आर पी सिंह ने इस सम्बन्ध में किसी प्रकार के प्रस्ताव की लिखित प्रतिलिपि देने से इंकार कर दिया.
- उनका कहना है कि सभी चीजें रिकॉर्ड में मौजूद हैं जबकि आपको बता दें कि इस गेस्ट हाउस के अन्दर या बाहर कोई भी CCTV नहीं लगाया है.
VIP चाहते हैं प्राइवेसी:
- आर पी सिंह ने कहा कि उनका कहना है कि राजधानी के किसी भी गेस्ट हाउस में कोई CCTV नहीं है.
- उन्होंने कहा कि गेस्ट हाउस में कोई भी मंत्री या विधायक, अधिकारी आ जाते हैं जिसका आदेश शासन की तरफ से आता है.
- वो लोग प्राइवेसी कायम करने का दबाव भी बनाते हैं.
- लिहाजा अभी तक CCTV लगाने को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई थी.
- लेकिन आईएएस अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत ने राजधानी की सुरक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवालिया निशान लगा दिए हैं.
- पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आईएएस अनुराग की मौत दम घुटने के कारण हुई है, जिसके बाद ये अंदेशा है कि उनकी हत्या की गई है.
IAS अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत:
- सूबे की राजधानी लखनऊ में एक आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी थी।
- जिसके बाद पुलिस आईएएस अधिकारी की मौत के कारणों का पता लगा रही है।
- आईएएस अनुराग तिवारी का शव शहर के हजरतगंज इलाके में स्थित मीराबाई गेस्ट हाउस के पास सड़क किनारे पड़ा मिला।
- गौरतलब है कि, IAS अनुराग तिवारी कर्नाटक कैडर के आईएएस अधिकारी थे।
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