भारत में इतिहास का हर एक दिन स्वर्णिम अक्षरों में इतिहास की किताब में लिखा जा चुका है. यहाँ पर पैदा होने वाले शूरवीरों की कहानी सुनने वालों को जीवन की एक नयी दिशा प्रदान करती है. यही नहीं इन सभी का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए किसी मार्गदर्शन से कम नहीं है.
भारत के विभाजन की आज डाली गयी थी नींव :
- अंग्रेज़ी हुकूमत ने भारत पर करीब 100 साल तक राज किया.
- जिसके बाद आंदोलन की आग ऐसी भड़की थी कि उनके पैर उखड़ने लगे थे.
- जिसे देखते हुए उन्होंने एक ऐसी साज़िश रची जिससे भारत और पाकिस्तान अभी तक नहीं उभर पाया है.
- आज ही के दिन सन 1947 में यूके कैबिनेट ने लार्ड माउंट बैटन की बात को स्वीकारा था.
- उनके इस प्रस्ताव में भारत का भविष्य दो हिस्सों में होने वाला था.
- जिसके तहत एक देश जिसमे सभी मुसलमान हो, वहीँ दूसरा देश जिसमे सभी हिंदू हों.
- उनकी इस धूर्तता के चलते भारत आज भी इस भेदभाव के उठ नहीं पाया है.
- साथ ही आज भी पाकिस्तान और भारत एक दूसरे के कट्टर दुश्मन बने बैठे हैं.
अन्य कुछ झलकियाँ :
- 1931 में आज ही के दिन प्रसिद्ध लेखक व पत्रकार शरद जोशी का जन्म हुआ था.
- 1967 में आज ही के दिन देश ने शिक्षा के क्षेत्र में एक कदम आगे बढ़ाया था.
- जिसके तहत आज ही के दिन दक्षिण गुजरात यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई थी.
- 1984 में आज ही के दिन बचेंद्री पाल द्वारा माउंट एवेरेस्ट की चढ़ाई की गयी थी.
- जिसके बाद वे देश की पहली और विश्व की पांचवी पर्वतारोही थी जिन्होंने यह कर दिखाया था.
- बता दें कि वे उस समय टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी में कार्यरत थीं.
- 1995 में आज ही के दिन TADA नियम को ख़त्म कर दिया गया था.
- इसके साथ ही आतंकवाद विरोधी गतिविधी कानून को लागू करने के लिए लोकसभा में प्रस्ताव दिया गया था.
- 1998 में आज ही के दिन उस समय गृहमंत्री रहे एलके अडवाणी को कश्मीर का मुद्दा सौंपा गया था.
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