अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मुल्ला मंसूर के मारे जाने की पुष्टि की है। एक अन्य अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, पाकिस्तान में अमेरिकी ड्रोन हमले में अफगान तालिबानी नेता मुल्ला अख्तर मंसूर मारा गया। अधिकारी के अनुसार, पाकिस्तान में ये हमला शनिवार सुबह करीब 6 बजे हुआ था।
अधिकारी के अनुसार, ये हमला पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर के पास एक रिमोट एरिया पर किया गया जो अहमद वाल कस्बे के नजदीक है।
मुल्ला मंसूर:
तालिबान ने अपने सुप्रीम लीडर मुल्ला उमर के मारे जाने के बाद मुल्ला मंसूर को नया चीफ बनाया था। मंसूर पहले मुल्ला उमर का सहायक भी रह चुका है। 20 सदस्यीय शूरा के काम को भी मंसूर ही देखता था। उसे तालिबान के वरिष्ठ नेताओं का समर्थन प्राप्त था। यह भी कहा जाता है कि मंसूर अफगान सरकार के साथ बातचीत का हमेशा से पक्षधर रहा है।
बता दें कि मुल्ला मोहम्मद उमर 1996 में कथित तालिबान आंदोलन का सुप्रीम लीडर था। उसने कंधार से अपना आंदोलन शुरू किया था और संगठन के अफगान की सत्ता हासिल करने के बाद उमर ने शरिया कानून लागू कर दिया था। तालिबान को सऊदी अरब और यूएई के अलावा पाकिस्तान का राजनीतिक समर्थन भी प्राप्त था। ताकत बढ़ने के साथ इस्लामिक कट्टरवाद को भी बढ़ावा देने का मकसद रहने वाला उमर अमेरिका और अन्य शक्तिशाली देशों के लिए एक चिंता का विषय बन गया था।