उत्तर प्रदेश की पूर्व सरकार ने गोमती रिवर फ्रंट निर्माण के समय गोमती नदी को साफ़ कराया था. जो की अब वापस मैली हो चुकी है. बता दें कि इस प्रोजेक्ट में गोमती की सफाई के लिए ड्रेन बनाया जाना था. हालाँकि 32 किमी लम्बे बने इस ड्रेन में अब मात्र 900मीटर ड्रेन बनना ही शेष रह गया है. लेकिन जब तक ये 900 मीटर लम्बा ड्रेन पूरा नही किया जाता गोमती ऐसे ही मैली बनी रहेगी.
ये भी पढ़ें :प्राथमिकताओं में कानून-व्यवस्था सबसे ऊपर- केशव प्रसाद मौर्य
मौजूदा अफसर झाड़ रहे पल्ला-
- गोमती रिवर फ्रंट निर्माण कार्य में गोमती की सफाई के लिए ड्रेन भी बनाया जाना था.
- जिसमे अब सिर्फ 5 फीसदी काम ही बाकि है.
- लेकिन बजट के चलते अब ये काम अधर में अटका पड़ा है.
ये भी पढ़ें :शिवपाल अभी हवा में उड़ रहे हैं धीमे-धीमे खुद नीचे आ जाएंगे-रामगोपाल
- ऐसे में मौजूदा अफसर भी अब पल्ला झाड़ते हुए नज़र आ रहे हैं.
- बता दें कि 1513 करोड़ रूपए का प्रोजेक्ट खिंच कर 2413 करोड़ तक चला गया.
- ज्ञातव्य हो कि 1513 करोड़ रूपए का बजट तत्कालीन EPFC द्वारा अनुमोदित किया गया था.
- 1513 करोड़ रूपए के पुराने बजट में 95 फीसदी ही काम हो पाया है.
- लेकिन इसके बाद भी अब इंजीनियरों ने बिना प्रोजेक्ट 900 करोड़ की मांग की है.
ये भी पढ़ें :रियलिटी चेक: कश्मीर के पत्थरबाजों तक नहीं पहुंची ये सेना!
UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें