मध्यांचल विद्युत वितरण निगम (MVVNL) के कस्टमर केयर में कार्यरत महिला/पुरुष संविदा कर्मचारियों ने शुक्रवार सुबह काम बंद कर जमकर बवाल काटा। वह रामा इंफोटेक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे फिर भी कोई जिम्मेदार उनके पास नहीं पहुंचा। इससे आक्रोशित होकर संविदाकर्मचारी सीएम आवास का घेराव करने के लिए निकल पड़े। इसके बाद पुलिस अधिकारियों के हाथपांव फूल गए। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं माने। नतीजन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लॉठीचार्ज (lathicharge) कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई कॉलटेकर जख्मी हो गए।

ये भी पढ़ें- असलहों की तस्करी करने वाला हिस्ट्रीशीटर सहित तीन गिरफ्तार!

  • इनमें से एक लड़की की हालत गंभीर होने के चलते उसे बाइक से ले जाकर सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • कारन यह था कि मेट्रो के काम के चलते उधर एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती।
  • संविदाकर्मकारी ठेकेदारी के चलते बिना किसी पूर्व सूचना के नौकरी से निकाले जाने के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे।
  • संविदा कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें ठेकेदारी की प्रथा समाप्त कर सीधे सरकार से जोड़ा जाये ताकि उनका शोषण बंद हो सके।
  • संविदा कर्मचरियों का आरोप है कि पिछले पांच साल से एक विवादित कंपनी को ही हर बार ठेका दिया जाता है।
  • इसके बाद ठेकेदारी और दलाली के चक्कर में वेतन बढ़ने के वजय उनके वेतन ने हर बार कटौती की जाती है।

ये भी पढ़ें- CCTV: प्यार ठुकराने पर युवक ने लड़की को पीटा!

क्या है पूरा मामला

  • मध्यांचल विद्युत वितरण निगम के कस्टमर केयर के बाहर प्रदर्शन कर रहे संविदा कर्मचारियों का कहना था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक 1912 बिजली हेल्पलाइन पर ठेकेदारी प्रथा के द्वारा कर्मचारियों का शोषण हो रहा है।
  • इसके चलते सभी को पूर्व सूचना दिए बगैर उन्हें निकाला जा रहा है।
  • संविदा कर्मचारियों का कहना है कि हम सभी सीएम योगी को अवगत कराना चाहते हैं कि ठेकेदारी प्रथा को बंद करने को लेकर दिए गए बयान से सभी कर्मचारियों में एक उम्मीद की किरण जागृत हुई थी।

ये भी पढ़ें- वीडियो: मध्यांचल के कस्टमर केयर में हंगामा, काम ठप!

  • लेकिन पूरा कस्टमर केयर सेंटर मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड का ठेका विवादित कंपनी को दे दिया गया।
  • जबकि कस्टमर केयर सेंटर की देखभाल दो अधिशासी अभियंता, दो सहायक अभियंता व एक जूनियर इंजीनियर यहां तक की मध्यांचल विद्युत वितरण के प्रबंध निदेशक स्वयं करते हैं।
  • फिर भी विभाग व कर्मचारियों के बीच दलाली करने व कर्मचारियों का शोषण करने के लिए कस्टमर केयर सेंटर का ठेका कंपनी को दे दिया गया।

ये भी पढ़ें- डबल मर्डर: हाईटेक पुलिस नहीं लगा पाई हत्यारों का पता!

  • ठेकेदारी प्रथा के कारण पिछले 5 सालों से कार्यरत कर्मचारी दर्द में चले जा रहे हैं।
  • हर वर्ष नया टेंडर होने के कारण नई नई कंपनी आ जाती है।
  • जो कर्मचारियों को वेतन, अवकाश व अन्य सुविधाएं में वृद्धि की जगह कम कर देती।
  • इससे सभी कर्मचारीगण परेशान है।
  • इसलिए कस्टमर केयर सेंटर का टेंडर किसी भी कंपनी को ना देकर हमें सीधे टेंडरिंग के मुताबिक हमें कार्यालय में रखा जाए।
  • ताकि हमारा शोषण सेंटर लेने वाली कंपनियों के द्वारा बंद हो सके।

ये भी पढ़ें- सम्पूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में लूट की सूचना से हड़कम्प!

आज के लगेंगे कॉल चार्ज

  • बताया जा रहा है कि अभी तक टोल फ्री कॉल होने की सुविधा भी आज से समाप्त हो रही है।
  • अब उपभोक्ता को टोल फ्री नंबर पर कॉल करने के 1.50 रूपये प्रति मिनट की दर से भुगतान भी करना पड़ेगा।
  • इससे उपभोक्ताओं की और जेब कटेगी।
  • क्योंकि (lathicharge) कॉल करते समय परेशानी बताने और कॉल होल्ड होने में काफी वक्त लगता है।

ये भी पढ़ें- नगर निगम के प्रचार अधीक्षक जोन-8 को फोन पर दी गई धमकी

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें